डीओ लगाने वालों में एक बिहार का तो दूसरा बंगाल का
धनबाद : इंडस्ट्रीज एंड कॉमर्स एसोसिएशन के फरमान के बाद बीसीसीएल के एरिया एक से लेकर पांच तक (बरोरा, ब्लॉक टू, गोविंदपुर, कतरास व सिजुआ) की कोलियरियों से ऑफर देने के बावजूद हार्डकोक उद्यमियों (लिंकेज होल्डरों) ने कोयले की बिडिंग में हिस्सा नहीं लिया. आठ मार्च लिंकेज कोटा के कोयले का डीओ लगाने का अंतिम दिन था. जानकारी के अनुसार बीसीसीएल एरिया एक से पांच तक में सिर्फ दो ही लिंकेज होल्डरों ने डीअो लगाया है. इनमें एक बिहार का काला कोक और दूसरा बंगाल का चंद्रमा कोक शामिल है.
नहीं हैं आइसीए के सदस्य : सूत्रों के अनुसार जिन दो लिंकेज होल्डरों ने डीओ लगाया है, वे इंडस्ट्रीज एंड कॉमर्स एसोसिएशन के सदस्य नहीं है. एसोसिएशन का दावा है कि उनके एक भी सदस्य ने डीओ नहीं लगाया है और जब तक रंगदारी का मामला खत्म नहीं होता, तब तक कोई हार्डकोक उद्यमी डीअो नहीं लगायेंगे.
उल्लेखनीय हैं कि सात मार्च को इंडस्ट्रीज एंड कॉमर्स एसोसिएशन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीसीसीएल के एरिया एक से पांच की कोलियरी में कोयले का डीओ नहीं लगाने का ऐलान कर चुके हैं, तो वहीं बाघमारा विधायक ढुलू महतो ने एसोसिएशन के कुछ नेताओं पर मामले का राजनीतिकरण करने तथा हार्डकोक उद्यमियों को डीओ नहीं लगाने को लेकर धमकाने का आरोप लगाया था.