कागज पर चल रही यातायात विभाग की व्यवस्था
देवघर : देवघर में ट्रैफिक जाम अब शहरवासियों के लिए रोजाना की नियती बन गयी है. खास कर स्कूल, कॉलेज, दफ्तर जाते समय हर चौराहों पर लगने वाला जाम परेशानी का सबब बन जाता है. यही आलम छुट्टी के दौरान नजर आता है. हालांकि, यह स्थिति पूरे दिन बनी रहती है. देवघर को ट्रैफिक जिला तो घोषित कर दिया गया पर लोगों को जाम की समस्या से निजात नहीं मिल रही. जिला प्रशासन हो या यातायात विभाग दोनों ही जाम से छुटकारा दिलाने में फेल साबित हो रहा है.
देवघर में ट्रैफिक जाम अब शहरवासियों के लिए रोजाना की नियती बन गयी है. खास कर स्कूल, कॉलेज, दफ्तर जाते समय हर चौराहों पर लगने वाला जाम परेशानी का सबब बन जाता है. यही आलम छुट्टी के दौरान नजर आता है. हालांकि, यह स्थिति पूरे दिन बनी रहती है. देवघर को ट्रैफिक जिला तो घोषित कर दिया गया प
यूं तो जगह-जगह कहने को ट्रैफिक पुलिस की तैनाती कर दी गयी है, पर वे भी जाम हटाने के लिए कोई खास प्रयास करते नहीं दिखते. ट्रैफिक पोस्ट रहने के बाद भी अधिकांश ट्रैफिक पुलिस किसी दुकान के किनारे बैठे नजर आ सकते हैं.
एक तरफ शहर के विकास की बातें हो रही हैं वहीं दूसरी तरफ अबतक यातायात व्यवस्था सुदृढ़ नहीं हो सकी है. यही वजह है कि महज पांच किमी वर्ग क्षेत्र के दायरे वाले शहर में चौराहों पर जाम लग जाता है. कचहरी रोड से लेकर मंदिर मोड़ तक का दो किमी फासला तय करने में ही घंटों लग जाते हैं.