– एयर चीफ मार्शल वीएस धनोआ के जन्म के समय वर्ष 1957 में उनके पिता सारायण सिंह धनोआ देवघर में एसडीओ के रूप में थे पदस्थापित
विजय कुमार, देवघर
पुलवामा के शहीद सैनिकों का पाकिस्तान से बदला लेने के लिए हुए एयर स्ट्राइक के हीरो रहे भारतीय वायु सेना के प्रमुख 25वां एयर चीफ मार्शल वीरेंद्र सिंह धनोआ का जन्म 7 सितंबर 1957 में देवघर में हुआ था. वर्ष 1999 में कारगिल युद्ध में भी वीएस धनोआ जमीनी हमले करने वाली अग्रिम पंक्ति के लड़ाकू स्क्वाड्रन के कमांडिंग ऑफिसर थे. आज इस ऑफिसर पर देवघरवासियों को नाज है.
इनके पिताआईएएस अधिकारी सारायण सिंह धनोआ वर्ष 1957 में तत्कालीन दुमका जिले के देवघर में सिविल एसडीओ के रूप में सेवा दे चुके थे. वहीं 1980 के दशक में एकीकृत बिहार सरकार में मुख्य सचिव के रूप में सेवा दी. इसके बाद पंजाब प्रांत में गर्वनर के सलाहकार के रूप में काम किया.
द्वितीय विश्व युद्ध में ब्रिटिश भारतीय सेना के कप्तान के रूप में दादा कैप्टन संत सिंह ने प्रतिनिधित्व किया था. एयर चीफ मार्शल धनोआ ने 31.12.2016 में पूर्व एयर चीफ मार्शल अरुप राहा की जगह ली थी.
भारतीय वायु सेना में वर्ष 1978 में आये
एयर चीफ मार्शल वीरेंद्र सिंह धनोआ भारतीय वायु सेना के लड़ाकू दल में जून 1978 में शामिल किये गये थे. जेट विमानों के साथ-साथ कई लड़ाकू विमानों को भी उड़ाया. एयरचीफ मार्शल ने मिग-21, मिग-29, एसइपीइसीएटी जगुआर, सुखोई-30 एमकेआइ, एचजेटी-16 किरण विमान उड़ाने का लंबा अनुभव है.
उत्कृष्ट सेवा के लिए कई पदक मिला
एयर चीफ मार्शल वीरेंद्र सिंह धनोआ को उत्कृष्ट सेवा के लिए कई पदक मिल चुके हैं. अबतक इन्होंने परम विशिष्ट पदक, सेवा मेडल, अति विशिष्ट सेवा मेडल, युद्ध सेवा मेडल, वायुसेना मेडल हासिल किया है.
राष्ट्रीय रक्षा अकादमी से स्नातक
वीरेंद्र सिंह धनोआ भारतीय राष्ट्रीय सैन्य महाविद्यालय देहरादून के पूर्व छात्र हैं. इन्होंने राष्ट्रीय रक्षा अकादमी से स्नातक पास किया. वेलिंगटन में वर्ष 1992 में रक्षा सेवाओं के स्टॉफ कॉलेज से स्टाफ कोर्स भी पूरा किये हैं. विदेशी धरती पर भारतीय वायु सेना प्रशिक्षण दल के नेता होने के साथ उन्होंने डिफेंस सर्विसेज स्टॉफ कॉलेज वेलिंगटन में वरिष्ठ वायु प्रशिक्षक व मुख्य वायु प्रशिक्षक के रूप में काम किया है.