इस्लामाबाद : पाकिस्तान, भारत के साथ नियंत्रण रेखा और कामकाजी सीमा पर ताजा विश्वास बहाली उपायों के जरिये तनाव कम करने के लिए एक डीजीएमओ स्तर की बातचीत के प्रस्ताव पर विचार कर रहा है. पाकिस्तानी मीडिया में यह खबर ऐसे समय आयी है जब एक दिन पहले ही पाकिस्तान ने कहा था कि भारत द्वारा नियंत्रण रेखा के पार की गयी गोलीबारी में उसके चार सैनिक मारे गये और पांच अन्य घायल हो गये.
भारतीय सेना ने यद्यपि कहा था कि उसकी जवाबी गोलीबारी में सात पाकिस्तानी सैनिक मारे गये. डॉन समाचार पत्र की एक खबर में कहा गया है कि पाकिस्तान के रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने सोमवार को एक बैठक में सीनेट की रक्षा समिति को बताया था कि डीजीएमओ (सैन्य अभियान महानिदेशकों) की मुलाकात के एक ‘ताजा प्रस्ताव’ पर विचार किया जा रहा है.
खबर के अनुसार अधिकारी ने सीनेटरों को भारतीय संघर्षविराम उल्लंघनों की ताजा प्रवृत्तियों के बारे में भी जानकारी दी. खबर के अनुसार दोनों देशों के डीजीएमओ के बीच नियोजित बैठक के लिए जिन विश्वास बहाली उपायों पर विचार किया जा रहा है, उसमें नियंत्रण रेखा पर इस्तेमाल किये जाने वाले हथियारों के ‘कैलिबर में कमी’ शामिल है.
पाकिस्तान-भारत डीजीएमओ के बीच अक्सर हॉटलाइन पर संपर्क होता है लेकिन उनके बीच आखिरी बार आमने-सामने की मुलाकात वाघा में करीब चार वर्ष पहले हुई थी. 24 दिसम्बर 2013 में वाघा में हुई बैठक 14 वर्ष के बाद हुई थी. उक्त बैठक भी नियंत्रण रेखा और कामकाजी सीमा पर शांति सुनिश्चित करने के तरीकों पर चर्चा करने के लिए हुई थी.
इस बीच सीनेट की समिति ने एक आमसहमति से प्रस्ताव पारित करके पाकिस्तान की ‘परमाणु धमकी को मूर्खतापूर्ण और उकसावे वाला’ बताने वाले भारतीय सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत के बयान की निंदा की.