नयी दिल्ली : कांग्रेस ने जैश-ए-मोहम्मद सरगना मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी की सूची में शामिल करने की प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूरी होने पर खुशी जतायी. साथ ही सवाल किया कि आखिर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान नरेंद्र मोदी को फिर से भारत का प्रधानमंत्री बनते क्यों देखना चाहते हैं.
मसूद अजहर को प्रतिबंधित करने के प्रस्ताव पर चीन के अपनी आपत्ति वापस लेने के बाद संयुक्त राष्ट्र की प्रतिबंध समिति ने बुधवार को अजहर को वैश्विक आतंकी की सूची में डाल दिया, जो भारत के लिए एक बड़ी कूटनीतिक जीत मानी जा रही है. इस प्रगति पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने बृहस्पतिवार को कहा कि 1999 में एक भारतीय विमान को हाईजैक किये जाने के बाद भाजपा सरकार ने अजहर को रिहा किया था.
उन्होंने कहा, 2008 में हुए मुंबई आतंकवादी हमले के बाद इसके सरगना मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी के तौर पर नामित करने की प्रक्रिया 2009 में कांग्रेस/संप्रग सरकार ने शुरू की थी. पूर्व गृह मंत्री ने कई ट्वीट किये, हमें खुशी है कि यह प्रक्रिया 2019 में सफलतापूर्वक पूरी हो गयी. लेकिन, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री श्रीमान मोदी को आखिर क्यों फिर से भारत का प्रधानमंत्री बनते देखना चाहते हैं? बहरहाल सात चरण में होने वाले लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के सम्पन्न होने के दो दिन बाद अजहर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा वैश्विक आतंकी के तौर पर नामित किया गया. अंतिम चरण का मतदान 19 मई को खत्म होगा और 23 मई को मतों की गिनती होगी.
पिछले महीने इस्लामाबाद में विदेशी पत्रकारों के एक छोटे समूह के साथ बातचीत में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कहा था कि उनका मानना है कि आम चुनावों में मोदी की पार्टी भाजपा अगर जीतती है तो भारत के साथ शांति वार्ताओं और कश्मीर मुद्दे पर बातचीत की संभावना बेहतर हो सकती है. खान के बयान पर कांग्रेस ने प्रतिक्रिया देते हुए आरोप लगाया कि पाकिस्तान का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ आधिकारिक गठजोड़ है और कहा कि उनके लिए वोट करने का मतलब पड़ोसी देश (पाकिस्तान) के लिए वोट करना होगा.