लंदन : ऑस्ट्रेलियाई टीम चौथे टेस्ट के लिये गुरुवार को उतरेगी तो उसका लक्ष्य 2001 के बाद इंग्लैंड में पहली एशेज शृंखला जीतना होगा और शानदार फार्म में चल रहे स्टीव स्मिथ उसके ‘ट्रंपकार्ड’ साबित होंगे. टिम पेन की टीम ने ओल्ड ट्रैफर्ड में इंग्लैंड को हराकर पांच मैचों की शृंखला में 2-1 से बढ़त बना ली. एक मैच बाकी रहते ऑस्ट्रेलिया ने एशेज अपने पास रखना सुनिश्चित कर लिया.
शृंखला में बराबरी के लिये विश्व कप विजेता इंग्लैंड को स्मिथ के बल्ले पर अंकुश लगाना होगा जो पांच पारियों में 134 से अधिक की औसत से 671 रन बना चुके हैं. गेंद से छेड़खानी प्रकरण में एक साल का प्रतिबंध झेलने के बाद लौटे स्मिथ ने मैनचेस्टर में दोहरे शतक समेत तीन शतक और दो अर्धशतक जमाये हैं. ऑस्ट्रेलिया की ताकत उसकी तेज गेंदबाजी भी रही है. जोश हेजलवुड और दुनिया के नंबर एक गेंदबाज पैट कमिंस मिलकर 42 विकेट ले चुके हैं.
दुनिया के नंबर एक टेस्ट बल्लेबाज और गेंदबाज के टीम में होने से ऑस्ट्रेलियाई कोच जस्टिन लैंगर की दिक्कतें भी कम हुई हैं. उन्होंने दूसरे खिलाड़ियों से भी अपेक्षा के अनुरूप प्रदर्शन करने का आग्रह किया है.
उन्होंने कहा, उन्हें अनुभव हासिल करना होगा. हम खुशकिस्मत हैं कि स्टीव हमारी टीम में है. मैने किसी को कभी ऐसे बल्लेबाजी करते नहीं देखा. युवा बल्लेबाजों को उसका अनुसरण करना होगा. दूसरी ओर 50 ओवरों का विश्व कप पहली बार जीतने वाली इंग्लैंड टीम शृंखला में बराबरी के इस आखिरी मौके को गंवाना नहीं चाहेगी.
टेस्ट क्रिकेट में विफलता के बाद जो रूट की टीम में स्थिति पर सवाल उठने लगे हैं. निवतृमान कोच ट्रेवर बेलिस ने हालांकि उनका बचाव किया है. उन्होंने कहा, वह किसी तरह से दबाव में नहीं है. उससे कोई सवाल नहीं किये जा रहे हैं. हर किसी के कैरियर में ऐसा दौर आता है कि रन नहीं बनते, लेकिन ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने भी शानदार प्रदर्शन किया है.
विश्व कप के स्टार बल्लेबाज बेन स्टोक्स इंग्लैंड की 13 सदस्यीय टीम में है, लेकिन उनकी फिटनेस का आकलन किया जायेगा. वह नहीं खेलते हैं तो सैम कुरेन या क्रिस वोक्स में से एक को जगह मिलेगी.