आक्रोश. पंसस की बैठक में जन प्रतिनिधियों ने किया हंगामा
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बाढ़ राहत राशि व फसल क्षति के वितरण में विलंब पर बरसे सदस्य
आक्रोश. पंसस की बैठक में जन प्रतिनिधियों ने किया हंगामा कहा कि राशन कार्ड आवेदन से हटे निवास प्रमाण व शपथ पत्र मझौलिया : राशन कार्ड के आवेदन से शपथ पत्र व निवास प्रमाण पत्र हटाने को लेकर पंचायत समिति की बैठक में सोमवार को जनप्रतिनिधियों ने जम कर हंगामा किया. धोकराहां पंचायत के मुखिया […]
कहा कि राशन कार्ड आवेदन से हटे निवास प्रमाण व शपथ पत्र
मझौलिया : राशन कार्ड के आवेदन से शपथ पत्र व निवास प्रमाण पत्र हटाने को लेकर पंचायत समिति की बैठक में सोमवार को जनप्रतिनिधियों ने जम कर हंगामा किया. धोकराहां पंचायत के मुखिया आशीष भट्ट ने कहा कि गरीबों का राशन कार्ड बनाना है.
इसके लिए आवेदन लिया जा रहा है. लेकिन उनका राशन कार्ड बनेगा या नहीं, यह तय नहीं है. फिर उनसे शपथ पत्र के नाम पर दो सौ रुपये की सरकारी लूट क्यों हो रहा है? इतना सुनते ही सदन में सदस्य गर्म हो गये और हंगामा शुरू हो गया. इस पर एमओ राजन पांडेय ने कहा कि शपथ पत्र व निवास की अनिवार्यता पर वरीय पदाधिकारियों से सलाह ली जायेगी.
एमओ के इस आश्वासन से सदन में हंगामा शांत हो गया. बैठक में पंसस डॉ कृष्णनंदन सिंह ने कहा कि सदस्यों को किसी भी कार्ययोजना की जानकारी समय से उपलब्ध नहीं करायी जाती. आवास सहायक लाभुकों से अवैध वसूली कर रहे हैं. इस पर रोक लगायी जाय. सदन में अनुपस्थित पदाधिकारियों की उपस्थिति को लेकर भी गहमागहमी का माहौल रहा. मुखिया जितेंद्र सिंह, मंजू देवी,ललिता देवी, अखिलेश कुशवाहा, संतोष यादव आदि ने कहा कि अनुपस्थित पदाधिकारियों के खिलाफ सदन कार्रवाई करे.
मुखिया अरविंद गिरी ने बाढ़ राहत राशि व फसल क्षति के वितरण में अधिकारियों की शिथिलता पर जमकर भड़ास निकाला. इसके समर्थन में रतनमाला मुखिया निर्मला देवी ने भी अधिकारियों को खरी-खोटी सुनाई. बैठक के मुख्य मुद्दों में मुखिया जितेंद्र सिंह ने महनागनी के निनवलिया गांव में सरकारी विद्यालय खोलने, मुखिया आशीष ने किरोसिन बंद होने पर शाम पांच बजे से रात दस बजे व सुबह के चार बजे से नौ बजे तक निरंतर बिजली आपूर्ति के मुद्दे उठाये. इस पर एमओ राजन पांडेय ने कहा कि विद्युतीकरण से वंचित गांवों का सर्वे होगा. जनप्रतिनिध इसकी सूची उपलब्ध करायें.
बैठक से निकलें जनप्रतिनिधियों के संबंधी
सदन की कार्रवाई के दौरान बैठक के अध्यक्ष सह उपप्रमुख नंद किशोर यादव ने कहा कि जनप्रतिनिधियों के पति व पुत्र इस बैठक में हों तो वे बाहर निकल जाएं. इस पर पीछे से आवाज आयी कि जगह है तो बैठने दिया जाय. अधिकारियों ने भी इस मुद्दा से अपना पल्ला झाड़ लिया. सदन में करीब एक दर्जन मुखिया पति व समिति के पुत्र बैठे रहे.
सीओ साहब! क्या है अटर्नी
मुखिया आशीष भट्ट ने सदन में सीओ से पूछा कि सीओ साहब, अटर्नी क्या है? अटर्नी की बहाली कौन करता है? आपके कार्यालय में अटर्नी कुंडली मारकर बैठे हुए हैं और ग्रामीणों से दाखिल खारिज के नाम पर हजारों रुपये की वसूली करते हैं. सदन के अध्यक्ष सह उपप्रमुख नंद किशोर यादव ने भी इसका समर्थन किया. उन्होंने सीओ से कार्रवाई की बात कही.
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