कोलकाता : रवींद्र भारती विश्वविद्यालय (आरबीयू) के चार विभागों प्रमुखों ने तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद (टीएमसीपी) के सदस्यों द्वारा कथित तौर पर की गयी नस्ली टिप्पणी के विरोध में अपने पद से इस्तीफा दे दिया. स्थिति बिगड़ती देख राज्य के शिक्षा मंत्री ने मामले में हस्तक्षेप किया है. हालांकि, ममता बनर्जी नीत तृणमूल कांग्रेस पार्टी की छात्र इकाई ने आरोप से इंकार किया है. विभाग प्रमुखों ने अपना इस्तीफा विश्वविद्यालय के कुलपति सब्यसाची बसु राय चौधरी को सोमवार को सौंपा.
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इस्तीफा देने विभाग प्रमुखों का दावा है कि उनके साथ कुछ गैर-शैक्षणिक कर्मियों ने भी अभद्र व्यवहार किया. वहीं, टीएमसीपी के सदस्यों ने आरोपों को बेबुनियाद बताया है. साथ ही, उन्होंने आरोप लगाया कि प्रोफेसर नियमित रूप से कक्षाओं में नहीं आते हैं. राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने आरबीयू के कुलपति से मंगलवार दोपहर में मुलाकात की. उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है.
चटर्जी ने बैठक के बाद संवाददाताओं को कहा कि इस तरह की चीजें संस्थान का नाम खराब करती है. ऐसा नहीं होना चाहिए. हम इस मामले में देख रहे हैं. जांच के दौरान जो भी दोषी पाया जायेगा, उस पर कार्रवाई होगी. इस विश्वविद्यालय की स्थापना 1962 में की गयी और यह टैगोर के पारिवारिक घर जोरानसाको ठाकुर बारी के परिसर में स्थित है.