Weather Forecast Today LIVE Updates, Weather Predictions 31 December 2020 : पहाड़ी क्षेत्रों में ताजा बर्फबारी के बाद उत्तरभारत में शीतलहर का प्रकोप और बढ़ गया. मौसम विभाग ने बताया कि उत्तर प्रदेश में कुछ क्षेत्रों में शीत लहर चलने की संभावना है. 30-31 दिसंबर के दौरान बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल (Delhi NCR, Uttar Pradesh, West Bengal,Jharkhand,bihar,Madhya pradesh Weather updates) के हिस्सों और ओडिशा में कुछ स्थानों पर शीत लहर चलने की संभावना मौसम विभाग ने व्यक्त किया है. मौसम से जुड़ी हर अपडेट के लिए बने रहें prabhatkhabar.com के साथ...
मध्यप्रदेश के अधिकांश भाग में पिछले 24 घंटे में कड़ाके की ठंड जारी रही, जिससे अगले दो-तीन दिन राहत मिलने की संभावना नहीं है.
बिहार में आगामी दो दिनों में रात का पारा दो से चार डिग्री के बीच गिरने के आसार हैं. इस दौरान मध्यम तेज गति से हवा भी चलने की आशंका हैं. हालांकि, दिन के तापमान में ज्यादा अंतर नहीं आने वाला है. नये साल के स्वागत में मौसम भी मेहरबान होने जा रहा है. साल की शुरुआत सुहाने दिन के साथ होने वाली है.
कश्मीर बुधवार को भीषण शीतलहर की चपेट में रहा और समूची घाटी में तापमान शून्य से नीचे दर्ज किया गया. अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को हुई बर्फबारी से पहले छाए बादलों की वजह से लगातार दो रात से रात का तापमान जमाव बिन्दु के नजदीक था, लेकिन उत्तरी कश्मीर के गुलमर्ग में यह शून्य से 11 डिग्री नीचे पहुंच गया.
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में गुरुवार को भी शीतलहर जारी रहेगी. वहीं, चेन्नई में मुख्य रूप से बादल छाये रहेंगे. मुंबई में आसमान आमतौर पर साफ रहेगा. हालांकि, कोलकाता में सुबह धुंध रहने और बाद में आसमान साफ रहने का अनुमान है.
राजस्थान के बीकानेर, जयपुर, कोटा और भरतपुर संभाग के कुछ स्थान बुधवार को भी शीतलहर की चपेट में रहे और कई स्थानों पर पाला पड़ने से जनजीवन प्रभावित हुआ. मौसम विभाग के निदेशक राधेश्याम शर्मा के अनुसार, बुधवार सुबह राज्य के 12 प्रमुख शहरों में रात का तापमान पांच डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया. राज्य के एक मात्र पर्वतीय पर्यटक स्थल माउंट आबू में शून्य से चार डिग्री सेल्सियस नीचे न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया.
पंजाब और हरियाणा में बुधवार को शीतलहर की स्थिति बनी रही और दोनों राज्यों के अधिकतर हिस्सों में सुबह घना कोहरा छाया रहा. दोनों राज्यों में अधिकतर जगहों पर न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे दर्ज किया गया. वहीं, पंजाब के अमृतसर में न्यूनतम तापमान 1.8 डिग्री सेल्सियस रहा.
मौसम विभाग के मुताबिक अगले दो दिनों में दिल्ली में शीतलहर की स्थिति बनी रहेगी. मौसम विज्ञान विभाग के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि हिमालय की तरफ से उत्तर-उत्तरपश्चिमी दिशा की हवाएं बह रही हैं, जिससे उत्तर भारत में तापमान में गिरावट आयी है.
पूस के महीने की दस्तक के साथ ही मंगलवार तड़के सुबह बिहार के भागलपुर शहर का तापमान आठ डिग्री के करीब पहुंच गया. सोमवार शाम से ही शीतलहर व ठंडी पछिया हवा के असर से न्यूनतम तापमान में एकाएक चार डिग्री की गिरावट दर्ज की गयी. दो दिन पहले तक न्यूनतम तापमान 11 व 12 डिग्री के करीब था.
अधिकारियों के अनुसार स्की -रिसोर्ट गुलमर्ग में सात इंच ताजा बर्फबारी हुई जबकि पहलगाम एवं सोनमार्ग में तीन से चार इंच हिमपात हुआ. नये साल से पहले हुए हिमपात की वजह से अनेक घरेलू पर्यटक और स्थानीय लोग गुलमर्ग और पहलगाम पहुंच रहे हैं. श्रीनगर में सोमवार रात न्यूनतम तापमान शून्य डिग्री रहा. पहलगाम, गुलमर्ग, काजीगुंड, कुपवाड़ा और कोकरनाग में पारा शुन्यू से क्रमश: तीन डिग्री, 7.5 डिग्री, 0.4 डिग्री, एक डिग्री और तीन डिग्री नीचे तक लुढक गया. गुलमर्ग कश्मीर घाटी में सबसे ठंडा स्थान रहा.
भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के कारण जम्मू कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में जगह जगह हिमपात हुआ. पश्चिमी हिमालय से सर्द और शुष्क उत्तरी एवं उत्तरीपश्चिमी हवा मैदानी क्षेत्रों की ओर बह रही है जिससे उत्तर भारत में न्यूनतम तापमान में गिरावट आई है.
दिल्ली भी मंगलवार को शीतलहर से ठिठुरती रही और यहां न्यूनतम तापमान 3.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. पूरी दिल्ली का औसत तापमान बताने वाली सफदरजंग वेधशाला ने सोमवार रात न्यूनतम तापमान 3.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया, जबकि अधिकतम तापमान 18.1 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से दो डिग्री कम है.
मौसम विभाग ने कहा कि तापमान नववर्ष की पूर्व संध्या पर और भी गिर सकता है. कश्मीर में ज्यादातर स्थानों पर मध्यम हिमपात हुआ और पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों चेहरे खिल गये क्योंकि उन्हें नये साल पर कारोबार के तेज होने की उम्मीद है. अधिकारियों के अनुसार मंगलवार को श्रीनगर में सुबह सात बजे हिमपात होने लगा और उसके कई घंटे बाद पड़ोस के बडगाम और पुलवामा जिलो में भी बर्फबारी होने लगी.