Weather Forecast LIVE Update Today, Winter Weather Forecast India, UP, Bihar, Jharkhand, Delhi NCR, Temperature, Snowfall, Cold Wave, Haze, Fog: बिहार में आज से घना कोहरा देखने को मिलेगा. रातें हो जायेंगी और सर्द. उत्तर प्रदेश में भी शीतलहर की बनेगी. इधर, उत्तर भारत के राज्यों में मौसमी हलचल कम हो चुकी है. पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी का असर अब दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान में देखने को मिलेगा. वहीं, दक्षिण भारत में उत्तर पूर्वी मानसून सक्रिय हो गया है. जिससे वर्षा बढ़ने की संभावना बढ़ गयी है. आइये विस्तार से जानते हैं झारखंड सहित देश भर का आज का मौसम..
केंद्र शासित क्षेत्र लद्दाख में मंगलवार को मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के एक केंद्र का उद्घाटन किया गया. इससे स्थानीय स्तर पर मौसम की जानकारी मिलेगी और क्षेत्र में मौसम पूर्वानुमान प्रणाली को मजबूती मिलेगी. पृथ्वी विज्ञान मंत्री हर्षर्वधन ने केंद्र का उद्घाटन करते हुए कहा कि यह केंद्र भारत में सबसे ऊंचाई पर स्थित मौसम विज्ञान केंद्र है. यह केंद्र 3,500 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. उन्होंने कहा कि इस केंद्र के जरिये केंद्रशासित क्षेत्र के दो जिलों-लेह और करगिल के लिए मौसम संबंधी लघु अवधि (तीन दिनों), मध्यम अवधि (12 दिनों) और दीर्घावधि (एक महीने) अनुमान जारी किये जायेंगे. उन्होंने कहा कि मौसम, जलवायु, संस्कृति, भौगोलिक स्थान के कारण यह विशिष्ट स्थान है, जहां द्रास में तापमान शून्य से 40 डिग्री सेल्सियस नीचे चला जाता है और हर साल औसतन 10 सेंटीमीटर बारिश होती है. लद्दाख में बादल फटने, अचानक बाढ़, हिमस्खलन जैसी घटनाओं का भी सामना करना पड़ता है.
राजस्थान में तेज और ठंडी उत्तरी हवाओं के असर के चलते मंगलवार को अधिकतर स्थानों पर न्यूनतम और अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गयीृ वहीं, कुछ स्थानों पर न्यूनतम तापमान जमाव बिंदु और उससे नीचे माइनस में दर्ज किया गया. मौसम विभाग के अनुसार राज्य के एकमात्र पर्वतीय पर्यटक स्थल माउंट आबू में तापमान शून्य से नीचे चार डिग्री सेल्सियस, चूरू में जमाव बिंदु शून्य डिग्री, सीकर में शून्य से नीचे एक डिग्री, पिलानी और भीलवाड़ा में एक-एक डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
हरियाणा और पंजाब के कई हिस्सों में पिछले कुछ दिनों से जारी शीतलहर मंगलवार को और तेज हो गयी. मौसम विज्ञान विभाग ने दोनों राज्यों में अगले दो दिनों तक भीषण ठंड रहने का पूर्वानुमान लगाया है. दोनों राज्यों में के कई स्थानों पर पिछली रात इस मौसम की सबसे ठंडी रात रही.
आईएमडी के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ के कारण जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बर्फबारी हुई है. पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों से शीत एवं शुष्क उत्तरी-पश्चिमोत्तरी हवाएं मैदानी इलाकों की ओर चल रही है. इस कारण उत्तर भारत में न्यूनतम तापमान में गिरावट आयी है.
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मंगलवार को शीत लहर चल रही है और न्यूनतम तापमान 3.6 डिग्री सेल्सियस हो गया है. मौसम विज्ञान विभाग की सफदरजंग वेधशाला ने सोमवार रात को न्यूनतम तापमान 3.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया, जो रविवार रात को 5.6 डिग्री सेल्सियस था. आईएमडी ने बताया कि आया नगर और लोधी रोड मौसम केंद्रों ने न्यूनतम तापमान क्रमश: 2.6 डिग्री सेल्सियस और 2.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया. यदि मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस से नीचे चला जाता है, तो मौसम विभाग शीत लहर घोषित करता है. तापमान के दो डिग्री सेल्सियस से भी कम हो जाने पर अत्यंत शीत लहर की घोषणा की जाती है. आईएमडी ने कहा कि तापमान नववर्ष की पूर्व संध्या पर और भी गिर सकता है. शहर के कई हिस्सों में आगामी तीन दिन में शीत लहर की स्थिति बने रहने का पूर्वानुमान है.
झारखंड में मौसम आज साफ व शुष्क रहेगा. लेकिन एक विपरीत चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र यहां के आसपास के इलाकों में देखने को मिल रहा है. जिससे बंगाल की खाड़ी से हवाएं यहां पहुंचेंगे और कुछ हिस्सों में धुंध का नजारा देखने को मिल सकता है. लेकिन, घना कोहरा देखने को नहीं मिलेगा.
आज और कल उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में और गंगा के ज्यादातर हिस्सों में शीतलहर का प्रकोप देखने को मिल सकता है. इनमें से उत्तरी राजस्थान और पंजाब कई हिस्सों में तापमान शुन्य डिग्री पर चला जाएगा. अर्थात उन क्षेत्रों में पाला पड़ने की संभावना नजर आ रही है.
आज उत्तर के पहाड़ों पर मौसम शुष्क रहेगा. लेकिन, उत्तर भारत के बचे हुए सरकुलेशन के प्रभाव के कारण कुछ स्थानों पर गरज के साथ आज भी वर्षा हो सकती है. इनमें जम्मू, कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल के कुछ क्षेत्रों शामिल है. हालांकि, वर्षा गतिविधियों में पीछले 48 घंटों के मुकाबले काफी कमी आयेगी. वहीं, उत्तर भारत से आने वाली सर्द हवाएं अब उत्तर प्रदेश और बिहार, राजस्थान और पंजाब को प्रभावित करेंगी. इन हवाओं के कारण सभी स्थानों में तापमान में गिरावट दर्ज की जायेगी.