गुवाहाटी : पूर्वोत्तर के तीन दिवसीय दौरे पर असम पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने असम में कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी. उन्होंने कहा कि पूर्वी भारत में कभी आंदोलन और हिंसा हुआ करती थी. अलग-अलग समूह हाथ में हथियार लिये दिखते थे, आज वो सारे मुख्यधारा के साथ जुड़े दिखते हैं. एक बहुत बड़े परिवर्तन की शुरुआत हुई है. साथ ही कहा कि असमिया संस्कृति और कलाओं के बिना भारत की संस्कृति और कलाएं अधूरी है.
लोगों को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि पूर्वी भारत में कभी आंदोलन और हिंसा हुआ करती थी. एक समय था, जब अलगाववादी इन राज्यों (पूर्वोत्तर) में युवाओं के हाथों में हथियार देते थे. लगभग सभी सशस्त्र समूह मुख्यधारा में शामिल हो गये हैं और युवाओं द्वारा शुरू किये गये स्टार्टअप विश्वस्तर पर अन्य स्टार्टअप के साथ प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं. एक बहुत बड़े परिवर्तन की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हुई है.
गृहमंत्री ने कहा कि घुसपैठियों के कब्जे में रहा श्रीमंत शंकरदेव का जन्मस्थान को खाली करा कर उनकी महान स्मृति को चीर काल तक स्थायी करने का काम हेमंत बिस्वा शर्मा और हमारे मुख्यमंत्री करने जा रहे हैं. असम ने गोगोई साहब के रूप में मुख्य भारत के मुख्य न्यायाधीश देने का काम किया है. ये विधि विद्यालय अनेक ऐसे विद्वानों को हमारी न्याय प्रणाली को सुदृढ़ करने के लिए देंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्वोत्तर के विकास को केंद्र में रख कर छह साल तक सरकार चलायी है, आगे भी हमारी सरकार पूर्वोत्तर की सेवा करती रहेगी. पांच वर्ष में कभी-कभी कोई प्रधानमंत्री पूर्वोत्तर आ जाये तो आ जाये, प्रधानमंत्री मोदी ने छह साल में 30 बार पूर्वोत्तर का दौरा किया और हर बार तोहफा लेकर आये.
असम के कामरूप में केंद्रीय गृह अमित शाह ने कहा कि बीजेपी का मानना है कि भारत तब तक महानता हासिल नहीं कर सकता, जब तक राज्यों की संस्कृति और भाषा को मजबूत नहीं किया जाता. असमिया संस्कृति और कलाओं के बिना भारत की संस्कृति और कलाएं अधूरी हैं. कांग्रेस ने आचार्य शंकरदेव के जन्मस्थान के लिए कुछ नहीं किया, जिनके योगदान ने असम के इतिहास, नाटक लेखन, कला और कविता को मान्यता दी. लेकिन, बीजेपी राज्यों की भाषा, संस्कृति, कला को मजबूत करने में विश्वास करती है.
प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने असम की स्वास्थ्य सेवाओं के लिए बहुत बड़ा योगदान किया है. असम में करीब 15 लाख अस्थाई और 5-10 लाख स्थायी आबादी के लिए आधुनिक सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल बननेवाली है. राज्य में एक लाख से ज्यादा नामघर, वैष्णव सम्प्रदाय को, हमारी संस्कृति को, शंकरदेव के संदेश को आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं. उनमें से 50 साल पुराने आठ हजार नामघरों को आज ढाई-ढाई लाख रुपये देने का काम हो रहा है. आज राज्य के अंतर्गत 11 विधि कॉलेजों की स्थापना की आधारशिला रखी गयी है.
असम को दिल्ली ने प्राथमिकता दी है. नार्थ ईस्ट को प्राथमिकता दी है. भूपेन हजारिका ना केवल असम बल्कि पूरे उत्तर पूर्व के साहित्य और कला के प्रतीक बनकर देश मे रहे हैं. मगर उन्हें कोई सम्मान नहीं मिला. प्रधानमंत्री ने भूपेन हजारिका को भारत रत्न देकर हमारे साहित्य और कला को आगे बढ़ाने का काम किया है. कोरोना को लेकर उन्होंने कहा कि देश मे कोरोना का सामना करने में असम सबसे ऊपर के राज्यों में रहा है. टेस्टिंग के मामले में ये आगे रहा. यहां मृत्यु दर भी .47 फीसदी रही.