coronavirus update india : देश में कोरोना ने फिर रफ्तार पकड़ ली है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा दी गयी जानकारी के मुताबिक देश में पिछले 24 घंटों में देश में 47,262 नए केस दर्ज हुए हैं और 275 लोगों की मौत हुई है. वहीं देश में कुछ कोरोना केसों की बात करे तो तब से अब तक देश में कुल 1 करोड़, 17 लाख, 34 हजार 058 केस दर्ज किए जा चुके हैं. वहीं फिलहाल एक्टिव केसों की संख्या 3,68 ,377 है और अब तक कोरोना से कुल 1,60,441 मौतें हो चुकी हैं.
पंजाब में 81 फीसदी में ब्रिटिश स्ट्रेन
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को बताया कि कोरोना वायरस के 401 नमूनों की ‘जीनोम सीक्वेसिंग' करायी गयी. इनमें से 81 फीसदी में ब्रिटिश स्ट्रेन की पुष्टि हुई है. इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री से टीकाकरण का दायरा बढ़ाने की अपील की. इस बीच, ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील के स्ट्रेन वाले कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की भारत में कुल संख्या 795 हो गयी है.
यही हाल रहा, तो 202 दिन में दोगुने होंगे मरीज
भारत में कोविड के कुल मामलों के दोगुना होने की अनुमानित अवधि एक मार्च को 504.4 दिन थी, जो 23 मार्च को घट कर 202.3 दिन हो गयी. अभी देश में 3,45,377 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को बताया, बीते 24 घंटे में देश में 40,715 नये मामले सामने आये हैं, जिनमें से 80.9 फीसदी केवल छह राज्यों में हैं.
महाराष्ट्र का हाल सबसे ज्यादा बेहाल
पिछले 24 घंटे में महाराष्ट्र में कोरोना 28,699 नये मामले सामने आये हैं. जबकि 13,165 लोग डिस्चार्ज हुए और 132 लोगों की मौत हो गयी. महाराष्ट्र में अब तक कोरोना के कुल मामले 25,33,026 हो गये हैं. जबकि अब तक कुल 53,589 लोगों की कोरोना से मौत हो गयी.
केन्द्र सरकार ने राज्य सरकारों को दिये निर्देश
देश के कुछ हिस्सों में कोविड के मामलों में बढ़ोतरी के बीच केंद्र सरकार ने मंगलवार को सभी राज्यों से आरटी-पीसीआर जांच 70 फीसदी तक बढ़ाने को कहा है. साथ ही, ट्रेस-ट्रैक-ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करने और टीकाकरण में तेजी लाने का निर्देश दिया है. कुछ राज्यों में टीकाकरण की धीमी गति पर चिंता जतायी गयी है.
गृह मंत्रालय ने अप्रैल महीने के लिए नया दिशा-निर्देश जारी करते हुए कहा कि नये संक्रमित मरीजों को जल्द-से-जल्द अलग करने और समय पर इलाज करने की जरूरत है. गृह मंत्रालय ने कहा कि संक्रमित मरीजों और उनके संपर्क में आये लोगों का पता लगने के आधार पर जिले के अधिकारी कंटेनमेंट जोन चिह्नित करें. कंटेनमेंट जोन के बाहर अमूमन सबकुछ खुला रहेगा.