नयी दिल्ली :जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रवक्ता डॉ मनमोहन वैद्य ने आरक्षण पर पुर्नविचार की बात कही. उन्होंने कहा कि इससे अलगाववाद बढ़ता है. उनके इस बयान पर मचे बवाल के बीच प्रभात डॉट कॉम ने मनमोहन वैद्य से फोन पर बातचीत की. बातचीत में वैद्य ने अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (एसटी-एससी) को मिलने वाले आरक्षण को सही बताया और कहा कि संघ कभी भी एसटी-एससी आरक्षण के खिलाफ नहीं रहा है, बल्कि संघ धर्म के नाम पर मिलने वाले आरक्षण का विरोध करता है. उन्होंने कहा कि उनके बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश किया जा रहा है.
मनमोहन वैद्य ने प्रभात खबर डॉट कॉम को बताया कि उनकी कई अलग-अलग बयानों को एकसाथ जोड़कर पेश किया गया है. उन्होंने कहा कि संघ को बदनाम करने के लिए यह एक सुनियोजित योजना के तहत किया जा रहा है. मुझसे दो सवाल पूछ गये थे और मैंने उन सवालों का अलग – अलग जवाब दिया था, अब उन दोनों बयानों को एक साथ जोड़कर पेश किया जा रहा है.
हमने एससी – एसटी आरक्षण का कभी विरोध नहीं किया, उसका समर्थन करता हूं. मैं धर्म, जाति के हिसाब से आरक्षण के बंटवारे का विरोध करता हूं. समाज में एकता लाने के लिए इसे खत्म करना जरूरी है. मैंने जाति- धर्म के आधार पर आरक्षण का विरोध करते हुए कहा कि इससे अलगाववाद बढ़ता है.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव नजदीक है ऐसे में इस बयान का कितना नुकसान भाजपा को उठाना पड़ेगा. इस सवाल पर उन्होंने कहा कि मैंने ऐसी कोई बात नहीं कि और इसे गलत तरीके से पेश किया जा रहा है. उत्तर प्रदेश चुनाव में संघ के नजरिये पर उन्होंने बात करने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि मैं अभी इस पर कोई बात नहीं करना चाहता. मैं अभी भी इतना साफ कर देना चाहता हूं कि मैंने आरक्षण का विरोध नहीं किया धर्म के आधार पर आरक्षण का विरोध किया है.