मुंबई :नोटबंदी अभियान की समाप्ति से महज एक सप्ताह पहले आज महाराष्ट्रदौरे पर आये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कालाधन व काली संपत्ति रखने वालों को कड़ी चेतावनी दी. प्रधानमंत्री मोदी ने एक ओर जहां देशवासियों को क्रिसमस की आज शुभकामनाएं दी, वहीं बेईमानों को चेतावनी दी कि उनके बेहद बुरे दिन आने वाले हैं. उन्होंने कहा कि अब बहुत जल्द ईमानदारों के अच्छे दिन आयेंगे. मोदी की चेतावनी के मायने तलाशे जा रहे हैं.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मुंबई केउपनगर बांद्रा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि हमने भ्रष्टाचार और कालेधन को रोकने के लिए आठ नवंबर को एक निर्णायक लड़ाई शुरू की. आम आदमी को इस लड़ाई में बहुत कष्ट झेलना पड़ा है, लेकिन उन्होंने मेरा एक मिनट के लिए भी साथ नहीं छोड़ा. आम जनता के इस निर्णय से यह बात साफ हो गयी है कि देश क्या चाहता है और किस ओर जाना चाहता है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के निकाय चुनाव में जनता ने बता दिया कि देश किस ओर जाना चाहता है.
मोदी ने कहा कि नोटबंदी के 50 दिन बाद ईमानदारों का जीवन आसान होता जायेगा और बेईमानों का मुश्किल. उन्होंने कहा कि हमारे विरोधी राजनीतिक लाभ के लिए बेईमानों का साथ दे रहे हैं. लेकिन बेईमानों को यह समझना होगा कि वे 125 करोड़ देशवासियों के मिजाज को दरकिनार नहीं कर सकते. उन्होंने कहा कि बेईमानों की बर्बादी का वक्त प्रारंभ हो गया है. उन्होंने कहा कि मैं बेईमानों से कहना चाहता हूं कि अभी भी वक्त है संभल जाइए. देश के कानून का साथ दीजिए और लौट आइए.
उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि 70 साल तक देश में मलाई खाने वाले लोग भ्रष्टाचार और कालेधन के खिलाफ लड़ाई को सफल नहीं होने देना चाहते हैं, लेकिन यह देश बदलेगा और उसकी शुरुआत हो चुकी है.
उन्होंने कहा कि भारत में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं, लेकिन दुखद यह है कि हम ताजमहल से खुद को आगे नहीं बढ़ा पाये. यही कारण है कि जब भी कोई भारत आने की सोचता है तो वह ताजमहल को देखने जाना चाहता है, जबकि देश में कई जगह अनगिनत दर्शनीय किले हैं. उन्होंने कहा कि जरूरत इस बात की है कि हम हर किले को दर्शनीय बनायें, ताकि पर्यटक उसे देखने आयें. इस मौके पर शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे मंच पर उपस्थित थे. इससे पहले उन्होंने दो मेट्रो रेल परियोजनाओं, एलिवेटेड रेल कॉरिडोर परियोजना और मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक (एमटीएचएल) की आधारशिला रखी.
शिवाजी मेमोरियल के लिए भूमिपूजन किया
नरेंद्र मोदी ने आज शिवाजी मेमोरियल के लिए भूमिपूजन किया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि शिवाजी एक बहुआयामी व्यक्तित्व के व्यक्ति थे. उनसे हमें बहुत कुछ सीखने की जरूरत है. उन्होंने सुशासन की नींव रखी थी. यह देश महान लोगों की धरती है, यहां एक से एक सपूत पैदा हुए. उन्होंने शिवाजी के विचारों का उल्लेख करते हुए कहा कि वे कहा करते थे कि मुद्रा पर विदेशियों का प्रभाव नहीं होना चाहिए, अन्यथा वह देश जल्दी ही परास्त हो जाता है. उन्होंने कहा कि शिवाजी ने कभी विदेशी व्यवस्था को स्वीकार नहीं किया. उन्होंने जल को लेकर इतनी अच्छी व्यवस्था की थी कि उससे अाज के इंजीनियरिंग के छात्र बहुत कुछ सीख सकते हैं.वे शिवाजी मेमोरियल के भूमिपूजन के लिए गिरगांव चौपाटी पहुंचे. उन्होंने मुंबई तट के करीब अरब सागर में भूमिपूजन एवं जलपूजन किया जहां राज्य सरकार ने छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम पर विशाल स्मारक बनाने की योजना बनायी है. मोदी ने नेवी के जहाज पर से यह विधि पूरी की. उन्होंने क्रू मेंबर के साथ तसवीरें भी खिंचवाई.शिवाजी स्मारक की मुख्य विशेषताओं में मराठा शासक की 192 मीटर लंबी प्रतिमा होगी. यह राजभवन से 1.5 किलोमीटर दूर बनायी जाएगी. इस पर कुल 3600 करोड रुपये की लागत आएगी.
NISM के नये परिसर का उद्घाटन
इससे पहले उन्होंने महाराष्ट्र के रायगढ़ में नेशनल इंस्टीच्यूट आफ सिक्यूरिटी मार्केट(NISM) के नये परिसर का उद्घाटन किया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आज भारत का भविष्य काफी उज्जवल नजर आ रहा है. आज भले ही नोटबंदी से नुकसान नजर आ रहा है, लेकिन आगे इसके अच्छे परिणाम मिलेंगे.
उन्होंने कहा कि मेरी सरकार देश को मजबूत अर्थव्यवस्था बनाने के लिए और देश का भविष्य सुरक्षित करने के लिए कड़े फैसले लेगी, जो दीर्घकालीन परिणाम देंगे. हम राजनीतिक लाभ के लिए कोई ‘शार्ट टर्म’ प्लानिंग नहीं कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि बाजार के सुचारू रूप से संचालन के लिए यह जरूरी है कि बाजार के प्रतिभागियों को सही और पूरी सूचना प्राप्त हो. हम एक माहौल बनाना चाहते हैं, जहां लोग आसानी से बिजेनस कर सकें.
आज हम जिस जगह पर हैं उसके लिए हमें पीछे के वर्षों पर ध्यान देना होगा. उन्होंने कहा कि वर्ष 2012-13 में हमारी मुद्रा तेजी से गिर रही थी. लेकिन आज परिस्थिति बदली है. उन्होंने कहा कि जल्दी ही जीएसटी भी लागू हो जायेगा, जिससे देशवासियों को काफी मिलेगा.
उन्होंने कहा कि मेरी सरकार ‘स्टार्टअप’ को बढ़ावा देने के लिए उत्सुक है. हमारी कोशिश होगी कि स्टॉक मार्केट खेती के लिए पैसे जुटाये. अभी हमें काफी लंबा रास्ता तय करना है.
प्रधानमंत्री का दौरा राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि बृहन्मुंबई महानगर पालिका का घमासान मुकाबला कुछ महीने बाद होने वाला है.शिवाजी स्मारक की मुख्य विशेषताओं में मराठा शासक की 192 मीटर लंबी प्रतिमा होगी. यह राजभवन से 1.5 किलोमीटर दूर बनायी जाएगी. इस पर कुल 3600 करोड रुपये की लागत आएगी.