नयी दिल्ली: जनता दल यूनाइटेड के अध्यक्ष शरद यादव ने अगले लोकसभा चुनाव में तीसरी ताकत के लिए जोरदार वकालत करते हुए कहा कि केंद्र में गैर भाजपा और गैर कांग्रेस सरकार के गठन में नेतृत्व का मुद्दा कभी भी बाधक नहीं रहा है. यादव ने यहां संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि भाजपा और कांग्रेस को छोड़कर जो ताकते हैं उनको गोलबंद करने का हमने रास्ता चुना है.
दोनों पार्टियां (भाजपा कांग्रेस) सत्ता में आने नहीं जा रही हैं. उन्होंने कहा कि आजकल जिस तरह से सपने बेचे जा रहे हैं वह काम नहीं आने वाला है क्योंकि सपने वे होते हैं जिन्हें हकीकत में जमीन पर उतारा जा सके. तीसरे मोर्चे की ओर से प्रधानमंत्री का उम्मीदवार कौन होगा यह पूछे जाने पर यादव ने कहा कि यह समस्या उन दो दलों में हो सकती है, हमारे बीच नहीं है. उन्होंने कहा कि देश में पहले भी इस ढांचे (तीसरी ताकत) से चार पांच बार सरकार बन चुकी है और अब तक यह समस्या नहीं रही है तो इस बार इस मुद्दे को लेकर दिक्कत क्यों होगी.दिल्ली में केंद्र और आम आदमी पार्टी सरकार के बीच तकरार के बारे में पूछे जाने पर यादव ने कहा कि कोई भी राज्य देश से बाहर नहीं है. देश का संविधान सबसे उपर है.
जदयू नेता बताया कि पार्टी के पदाधिकारियों एवं राज्य के पार्टी प्रमुखों और विधायक दल के नेताओं की आज यहां बैठक हुई और उसमें मौजूदा राजनीति हालात पर चर्चा की गई. उन्होंने इस बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रदेश जदयू अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह के अनुपस्थिति को कोई खास तवज्जो नहीं दी गयी. यादव की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में अगले लोकसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा की गई. हाल में बिहार में मंत्री परिषद और जदयू से इस्तीफा देने वाली परवीन अमानुल्लाह के बयानों और साथ ही नीतीश कुमार के खिलाफ जदयू सांसद शिवानंद तिवारी के बयानों के बारे में पूछे जाने पर यादव ने कहा कि चुनाव का समय है बहुत सारे लोग बहुत सारी बाते कहेंगे, हर बात का जवाब देना ठीक नहीं है. उन्होंने भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी पर भी तंज कसा और कहा कि भाजपा और कांग्रेस सत्ता में आने नहीं जा रही है.