चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने आज दिल्ली में अपने समकक्ष अरविन्द केजरीवाल और उनके मंत्रियों द्वारा धरना दिए जाने की निंदा करते हुए इसे ‘‘बेतुका’’ और संविधान की भावना के खिलाफ बताया.
उन्होंने कहा, ‘‘ किसी ऐसे व्यक्ति द्वारा धरना दिया जाना जो मुख्यमंत्री है, संविधान की भावना के खिलाफ है. यह बेतुका लगता है कि मुख्यमंत्री और उनकी कैबिनेट ऐसे कदमों का सहारा ले रहे हैं.’’ अकाली नेता ने मोहाली के पास एक कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से कहा कि किसी मामले में प्राथमिकी दर्ज किए जाने जैसे मुद्दे के लिए कार्यकर्ता धरना पर बैठ सकते हैं लेकिन यह बेतुका लगता है कि मुख्यमंत्री और उनकी कैबिनेट के सदस्य ऐसे कदमों का सहारा लेते हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘ मैं समझता हूं कि उनकी (केजरीवाल की) यह गतिविधि देश के इतिहास में पहला ऐसा मामला हो सकता है.’’ उल्लेखनीय है केजरीवाल और उनके मंत्रिमंडलीय सहयोगियों ने कुछ पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए नई दिल्ली में रेल भवन के बाहर आज धरना शुरु कर दिया.