नयी दिल्ली : दिल्ली पुलिस ने दावा किया है कि आतंकवादी संगठन इंडियन मुजाहिदीन की अपने अहम सदस्य यासीन भटकल की रिहाई कराने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के अपहरण करने की योजना है. हालांकि, केजरीवाल ने आज पुलिस की बातों पर शंका जाहिर की और सुरक्षा लेने से इंकार कर दिया.
शीर्ष सूत्रों ने बताया कि दिल्ली पुलिस की सुरक्षा शाखा के एक दल ने आतंकवादी संगठन की योजना के बारे में खुफिया सूचना की केजरीवाल को जानकारी दी और उनसे जेड श्रेणी की सुरक्षा लेने का अनुरोध किया लेकिन केजरीवाल ने इसे ठुकरा दिया. वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने कहा कि उन्हें इस संबंध में खुफिया एजेंसियों से सूचना मिली है और उन्होंने केजरीवाल को इसकी जानकारी दे दी है.
केजरीवाल ने कहा, मुझे अपनी जान का डर नहीं है. जैसा मैंने कहा, मैं ईश्वर में विश्वास करता हूं. मैं कोई सुरक्षा नहीं लूंगा. कई ट्वीट में मुख्यमंत्री ने पुलिस पर सूचना लीक करने का आरोप लगाया और सवाल किया क्या दिल्ली पुलिस और केंद्र सरकार मेरी सुरक्षा के साथ राजनीति कर रही है.
उन्होंने अपने ट्वीट में कहा, पुलिस अधिकारी दोपहर में मिले. उन्होंने मुझे खतरे के बारे में सूचित किया. मुझसे मीडिया को इस बारे में नहीं बताने को कहा. इसके बाद उन्होंने खुद मीडिया को बता दिया. उन्होंने कहा, इसकी घोषणा करके क्या पुलिस ने मेरी सुरक्षा से समझौता नहीं किया है. अब कोई भी हमला कर सकता है और यह कहा जाएगा कि भटकल के लोगों ने ऐसा किया.
केजरीवाल ने कहा, पुलिस राजनीति करना बंद करे. मुझे सुरक्षा देने की बजाय वह इन लोगों को आम आदमी की सुरक्षा में तैनात करे. उन्होंने कहा, क्या दिल्ली पुलिस इतनी मूर्ख है या वह राजनीति कर रही है. किसके इशारे पर. केजरीवाल सुरक्षा लेने से इंकार करते रहे हैं क्योंकि उनकी पार्टी की वीआईपी संस्कृति खत्म करने की नीति है. भटकल को पिछले साल 27 अगस्त को भारत-नेपाल सीमा से गिरफ्तार किया गया था.
एनआइए ने बताया था कि भटकल उत्तरी कर्नाटक के उडूपी जिले के भटकल गांव का रहने वाला है. वह अहमदाबाद, सूरत, बेंगलूर, पुणे, दिल्ली और हैदराबाद में कई आतंकवादी हमलों में शामिल रहा है.