भोपाल: कांग्रेस महासचिव एवं मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने उम्मीद जताई है कि उनकी पार्टी मध्य प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता की नियुक्ति के बारे में शीघ्र कोई फैसला ले लेगी.
सिंह ने आज यहां विधानसभा के प्रेस कक्ष में विपक्ष के नेता के चयन को लेकर पूछे गए सवालों के जवाब में संवाददाताओं से कहा, ‘‘कांग्रेस एक बड़ी पार्टी है, राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता का चयन जल्द कर लिया जाएगा’’. यह पूछने पर कि क्या इस चुनाव को लेकर बड़े नेताओं का अहम बीच में आ रहा है, उन्होने कहा कि हर बड़े नेता का ‘ईगो’ होता है. क्या आपका भी अहम इसमें आड़े आ रहा है, इस सवाल पर उन्होने कहा, ‘‘मुझमें कितना ईगो है, आप ज्यादा बेहतर जानते हैं’’.
नवंबर के विधानसभा चुनाव में पार्टी की करारी पराजय को लेकर पूछने पर कांग्रेस महासचिव ने कहा कि इसका विश्लेषण वैसे तो पार्टी करेगी, लेकिन जहां तक उनका मत है कि चुनाव के बारे में पार्टी को जितनी तैयारी करना थी, हम नहीं कर पाए.
उनके परंपरागत राजगढ़ संसदीय सीट से चुनाव लड़ने की संभावनाओं पर कांग्रेस महासचिव ने कहा कि वहां से इस समय कांग्रेस के सांसद हैं और वही इस बार भी चुनाव लड़ेंगे, वह कहीं और से मैदान में उतरेंगे, लेकिन कहां से, यह पार्टी तय करेगी और यदि पार्टी ने उन्हें चुनाव नहीं लड़ने का आदेश दिया, तो भी वह उसका पालन करेगे.
गुना जिले की राघौगढ़ सीट से विजयी हुए अपने पुत्र जयवर्धन सिंह की चौदहवीं विधानसभा के पहले सत्र के आज पहले दिन विधायक के बतौर सदन में हुई शपथ के साक्षी बने दिग्विजय सिंह ने कहा कि उन्होने अपने पुत्र को एक ही ‘पॉलीटिकल टिप’ दी है कि यदि प्रजातंत्र में सफल होना है, तो जनता के बीच बने रहो.
कांग्रेस महासचिव ने मध्य प्रदेश की वर्तमान विधानसभा में जीतकर आए पार्टी के नौजवान विधायकों की बढ़ी हुई संख्या पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि वह इन सबको एक ही सुझाव देंगे कि वे एक अच्छे विधायक बनें और अच्छा विधायक शोर-शराबा करने अथवा सदन के गर्भगृह में जाने से नहीं, बल्कि अध्ययनशील रहकर सरकार को कटघरे में खड़ा करने और क्षेत्र की समस्याएं उठाने से बनता है.
सिंह ने लगातार तीसरी बार सरकार बनाने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी बधाई देते हुए कहा कि जनता को यदि प्रदेश में ऐसी ही सरकार चाहिए थी कि जो व्यापम घोटाले के जरिए नौजवानों को ठगे, जिसके राज में दंगे फसाद हों, किसान जेल जाएं, किसानों को खाद-बीज कालाबाजारी से खरीदने पड़ें और इस सबके बावजूद जनता ने भाजपा के हाथों प्रदेश की कमान सौंपी है, तो उसे बधाई.