कोल्हापुर : भूमाता रणरागिनी ब्रिगेड की नेता तृप्ति देसाई को महालक्ष्मी मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश करने और देवी महाल्क्ष्मी का दर्शन करने के दौरान जान से मारने की कोशिश की गई. यह दावा खुद तृप्ति देसाई ने किया है. बेहद नाटकीय घटनाक्रम में भूमाता रणरागिनी ब्रिगेड की नेता तृप्ति देसाई ने प्रसिद्ध महालक्ष्मी मंदिर के अंदर थोडी बहुत झडप के बीच पुलिस एवं पुजारियों द्वारा निर्धारित ‘‘ड्रेस कोड’ को खारिज करते हुए बीती रात महालक्ष्मी मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश कर देवी महाल्क्ष्मी का दर्शन किया.
The attackers said "dont let Trupti Desai get out alive". Doctor said I could've got paralysis attack: Trupti Desai pic.twitter.com/Omys23eM85
— ANI (@ANI) April 14, 2016
तृप्ति ने कहा, मुझे जाने से मारने की कोशिश
मंदिर में प्रवेश के दौरान झडप में तृप्ति को श्वासरोध संबंधी समस्या हुई जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. आज सुबह तृप्ति ने बताया कि मंदिर में मौजूद लोगों ने मुझपर हमला कर दिया इतना ही नहीं वहां के पुजारी ने भी हमें अपशब्द कहे. वहां मौजूद लोग कह रहे थे कि तृप्ति देसाई को यहां से जिंदा नहीं जाने दिया जाए. डॉक्टरों ने कहा कि मुझे पैरालिसिस का दौरा पड़ सकता था. तृप्ति ने कहा कि मेरे बालों को खिंचा गया इतना ही नहीं मेरे कपडे फाडे गए और मुझे अपशब्द कहे गए. मुख्यमंत्री को मामले को देखना चाहिए और दोषियों को सजा मिलनी चाहिए.
Trupti Desai had low water intake, low BP & sugar level. Now she is conscious & recovering: Dr. Arjun Adnaik pic.twitter.com/EgoVYscKc2
— ANI (@ANI) April 14, 2016
क्या कहा डॉक्टर ने
वहीं डॉक्टरों ने कहा कि तृप्ति के शरीर में पानी की कमी है. बीपी भी लो है साथ ही शुगर लेबल भी बढ़ा हुआ है. फिलहाल वह होश में हैं और धीरे-धीरे स्वस्थ हो रहीं हैं.
They pulled our hair, tore my clothes, abused us. I think the attackers planned to kill me: Trupti Desai pic.twitter.com/qwFukWuEej
— ANI (@ANI) April 14, 2016
पुलिस ने दी थी सलाह
मंदिर के ‘गर्भगृह’ में प्रवेश के लिए पुलिस ने उन्हें साडी पहनकर जाने की ‘‘सलाह’ दी थी, लेकिन कुछ पुजारियों और श्रद्धालुओं की ओर से रास्ता रोके जाने के बावजूद उन्होंने सलवार कमीज में ही गर्भगृह में प्रवेश किया. इससे पहले दिन में तृप्ति और अन्य महिला कार्यकर्ताएं जब कथित तौर पर निषेधाज्ञा का उल्लंघन करते हुए मंदिर की ओर बढने की कोशिश कर रही थीं तब पुलिस ने एहतियातन उन्हें हिरासत में ले लिया था.