मुंबई :रोहिता वेमुला की मां राधिका व भाई राजा ने आज मुंबई में एक सादे समारोह में बौद्ध धर्म की दीक्षा दी और आज से उन्होंने हिंदू धर्म का परित्याग कर बौद्ध धर्म को अपना लिया. रोहित वेमुला की मां व भाई ने बौद्ध धर्म के 22 संकल्प लिये. इसके तहत हिंदू देवी-देवताओं की पूजा नहीं करने,श्राद्धकर्म नहीं करने, पिंड दान नहीं करने, विष्णु कोभगवान बुद्धकाअवतार नहीं मानने, झूठ नहीं बोलने, व्यभिचार नहीं करनेव मदिरापाननहीं करने का संकल्प लिया. साथहीउन्होंने बौद्ध भक्षु से यहभी संकल्प लिया कि वेप्राणी मात्र को समान मानेंगे और किसी मेंऊंच-नीचकाविभेद नहीं करेंगे.लोगों कोऊंचा-नीचामानने वालीजाति व्यवस्थामें विश्वास नहीं करेंगे.
डॉ भीम राव अंबेडकर के पौत्र प्रकाश अंबेडकर ने बुधवार को बताया था कि हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के दलित छात्र रोहित वेमुला की मां राधिका और भाई राजा गुरुवार को बौद्ध धर्म स्वीकार करेंगे. रोहित की आत्महत्या ने जनवरी में प्रदर्शनों की बाढ ला दी थी. दलित नेता और भारतीय संविधान के निर्माण में मुख्य भूमिका निभाने वाले डॉ भीमराव अंबेडकर की आज 125वीं जयंती है.
Rohith Vemula's mother & brother will embrace Buddhism today: Prakash Ambedkar (grandson of Baba Sahib BR Ambedkar) pic.twitter.com/C98tMfsUm6
— ANI (@ANI) April 14, 2016
समारोह यहां दादर में अंबेडकर भवन में आयोजित हुआ था.रोहित के भाई राजा ने कहा है कि हिंदुओं के प्रति हमारे मन में कोई दुर्भावना नहीं है. रोहित को हैदरबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने परेशान किया, जिसका नतीजा उनकी आत्महत्या के रूप में सामने आया.
बौद्ध धर्म अपनाने के बाद रोहित के भाई राजा ने मीडिया से कहा है कि मेरा भाई बौद्ध बनना चाहता था, उसने बौद्धधर्म अपनाने की काेशिश की थी पर ऐसा कर नहीं सका था. हम भी बैद्ध धर्म और उसकी शिक्षा को पसंद करते हैं. इसलिए हमने बौद्ध धर्म अपना लिया है.
प्रकाश अंबेडकर ने आज समाचार एजेंसी एएनआइ ने कहा कि रोहित अपने जीवन में बौद्धत्व का अनुशरण करते थे. इसलिए हमने डॉ बीआर अंबेडकर द्वारा स्थापित बुद्धिज्म साेसाइटी से संपर्क किया.