तिरुवनंतपुरम : केरल के मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने केरलकेकोल्लम जिले के पुत्तिंगल देवी मंदिर में रविवारको तड़के आतिशबाजी के कारण हुए हादसे केबादइस परंपरा पर रोक लगाने पर विचार के लिए 14 अप्रैल को सर्वदलीय बैठक बुलायीहै.इसबैठक में सभी राजनीतिक दलोंसे मशवीराकरमंदिरों में पटाखोंकोफोड़ने की परंपरा पर रोक लगाने पर विचार किया जायेगा.
मंदिरों की संस्था का क्या है स्टैंड
केरल के 1250 मंदिरों का प्रबंधन करने वाली संस्था त्रावणकोर देवासम बोर्ड ने कल आतिशबाजी पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था और ऐसे हादसों को रोकने की जिम्मेवारी अकेले प्रशासन के सिर मढ़ दिया था. बोर्ड के अध्यक्ष ने बड़े अव्यवहारिक लहजे में कहा था कि मंदिरों में होने वाली आतिशबाजी पर कोई रोक नहीं लगा सकता और हादसा रोकना प्रशासन का काम है.
विशेषज्ञों का क्या है कहना
वहीं, हालात का जायजा लेने पहुंचे चीफ कंट्रोलर ऑफ एक्सप्लोसिव सुदर्शन कमल ने कहा कि पटाखा फोड़ने में सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का उल्लंघन किया गया है. रात दस बजे के बाद से लेकर सुबह तक ऐसा नहीं किया जा सकता है. लेकिन, पुत्तिंगल देवी मंदिर में आधी रात के बाद और तड़के पटाखे फोड़े गये थे. कल मंदिर के पास से पुलिस ने तीन विस्फोटक पदार्थ से लदी कारों को जब्त किया था.
हाइकोर्ट में आज सुनवाई
इस पूरे मामले व आतिशबाजी के संबंध में आज केरल हाइकोर्ट में सुनवाई होगी. केरल उच्च न्यायालय के एक न्यायाधीश ने अदालतों को पत्र लिख कर कानफोड़ू पटाखो पर रोक लगाने के लिए न्यायिक हस्तक्षेप की मांग की थी.