* गिरफ्तार आतंकियों के नाम अब्दुल जलील और अजहरुद्दीन शम्सुद्दीन कुरैशी
* रायपुर से अब तक सिमी के 13 कार्यकर्ता किये जा चुके हैं गिरफ्तार
* सिद्दीकी को बोधगया विस्फोट की साजिश रचने के आरोप में 14 नवंबर को पकड़ा गया
रायपुर :दो और संदिग्ध सिमी सदस्यों को प्रतिबंधित संगठन के लिए धन जुटाने में शामिल रहने के आरोप में गिरफ्तार किया गया. उन्हें प्रदेश की राजधानी से गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने रविवार को बताया कि पुलिस उनसे भाजपा नेता नरेंद्र मोदी की पटना में पिछले महीने हुई चुनावी रैली में विस्फोटों और जुलाई में बोधगया में हुए विस्फोटों के सिलसिले में पूछताछ कर रही है.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मोहम्मद सईद अब्दुल जलील (50) और अजहरुद्दीन शम्सुद्दीन कुरैशी (19) को शनिवार शाम गिरफ्तार किया गया था. रायपुर के पुलिस अधीक्षक ओपी पाल ने बताया कि संजय नगर इलाके के निवासी जलील और राजातालाब इलाके के निवासी कुरैशी को प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन के साथ उनके कथित संबंधों को लेकर गिरफ्तार किया गया. दोनों की गिरफ्तारी के साथ छत्तीसगढ़ से अब तक सिमी के गिरफ्तार कार्यकर्ताओं की संख्या बढ़ कर 13 हो गयी है.
शुरुआती सूचना के अनुसार, जलील और कुरैशी प्रतिबंधित संगठन के लिए धन की व्यवस्था करने में शामिल थे और उमर सिद्दीकी द्वारा चलाये जा रहे आतंकी मॉडय़ूल द्वारा आयोजित प्रशिक्षण शिविर में भी हिस्सा लिया था. सिद्दीकी को 14 नवंबर को बोधगया विस्फोटों की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.
पुलिस ने बताया कि जलील यहां बैजनाथपाड़ा में मेडिकल की दुकान चलाता है. उन्होंने बताया, ‘अजहरुद्दीन ने अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी और कथित तौर पर सिद्दीकी द्वारा संचालित शिविरों में हिस्सा ले रहा था.’ उन्होंने कहा, ‘जब जांच आगे बढ़ेगी, तो और चौंकानेवाले खुलासे होंगे.’ पुलिस ने सिद्दीकी और एक ऑटो चालक अब्दुल वहीद खान (54) को पंडारी इलाके से 14 नवंबर को सिमी के साथ उनके कथित संबंधों के सिलसिले में गिरफ्तार किया था. सिद्दीकी राजा तालाब में कोचिंग चलाता है.
पुलिस ने बाद में शेख हबीबुल्ला, रोशन शेख, हयात खान, शेख अजीजुल्ला, मोइनुद्दीन कुरैशी और मोहम्मद अजीज को बाद में गिरफ्तार किया था. गुरुवार की रात तीन और संदिग्धों मोहम्मद दाऊद, मोहम्मद असलम और शेख सुभान को पकड़ा गया.