नयी दिल्ली : दिल्ली की एक अदालत ने लश्कर ए तैयबा के बम विशेषज्ञ अब्दुल करीम टुंडा के तीन करीबी सहयोगियों को आज 14 अक्तूबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया. इन पर कथित तौर पर 1997 में आतंकी हमलों को अंजाम देने के लिए पाकिस्तानी और बांग्लादेशी आतंकवादियों को भारत में घुसपैठ कराने में मदद करने का आरोप है.
अलाउद्दीन, मोहम्मद बशीरुद्दीन और मोहम्मद जकारिया को पुलिस हिरासत की अवधि समाप्त होने के बाद मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट अमित बंसल के समक्ष पेश किया गया.दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा ने कहा कि इन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा जाए क्योंकि हिरासत में लेकर इनसे पूछताछ की जरुरत नहीं है. विशेष शाखा ने इससे पहले दावा किया था कि अलाउद्दीन और बशीरुद्दीन ने 1994 में टुंडा से प्रतिबंधित संगठन में शामिल होने से पहले टुंडा के ससुर जकारिया के माध्यम से मुलाकात की थी.