मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने आज बताया कि मुंबई पुलिस आयुक्त राकेश मारिया से कहा गया है कि वह दागी पूर्व आईपीएल आयुक्त ललित मोदी से लंदन में अपनी मुलाकात के बारे में जानकारी दें.फडणवीस ने कहा कि हमने राकेश मारिया से सरकार को आधिकारिक तौर पर उस बारे में जानकारी देने के लिए कहा है जो उन्होंने मीडिया में कहा है. उसने जो जानकारी मिलेगी उसके आधार पर हम आगे की कार्रवाई तय करेंगे. क्या जानकारी देने के लिए मारिया को कोई समय दिया गया है. इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें एक दिन का समय दिया गया है.
यह पूछे जाने पर कि क्या मारिया से उनके खिलाफ जांच होने तक अस्थायी रुप से पद छोडने को कहा जाएगा, फडणवीस ने कहा ह्यह्यपहले हमारे पास जानकारी तो आने दीजिये. ललित मोदी मामले में कल उस समय नया विवाद जुड गया जब मारिया ने माना कि मोदी के वकील के कहने पर वह वर्ष 2014 में लंदन में दागी पूर्व आईपीएल प्रमुख से मिले थे.समाचार चैनलों पर जब पूर्व आईपीएल आयुक्त और मुंबई पुलिस प्रमुख की फोटो दिखाई गई तब इस मुद्दे पर मारिया ने एक बयान दिया.
मारिया ने कहा कि 15 से 20 मिनट की इस मुलाकात के दौरान मोदी ने लंदन में अपराध जगत से अपनी जान को खतरे के संदर्भ में मुंबई पुलिस से मदद मांगी थी. उन्होंने यह भी कहा कि लंदन से लौटने के बाद उन्होंने तत्कालीन गृह मंत्री को इस मुलाकात के बारे में बता दिया था.
इस बीच, महाराष्ट्र के गृह राज्य मंत्री रंजीत पाटिल ने कहा कि ललित मोदी की ओर से बार बार किया गया आग्रह उनसे मुलाकात की माफी का कारण नहीं हो सकता और इस बारे में जांच की जाएगी कि मारिया आखिर क्यों मोदी से मिलने को बाध्य हुए. पाटिल ने कहा अब तक हम जो कुछ जानते हैं, उसके अनुसार, उनके बार बार आग्रह करने पर मारिया लंदन में ललित मोदी से मिले थे.
अब हमें रिकॉर्ड देखना होगा और यह पता करना होगा कि आखिर क्यों मारिया मोदी से मिलने पर क्यों बाध्य हुए , यह जानते हुए कि वह (ललित मोदी) किस तरह आलोचनाओं से घिरे हैं. आग्रह माफी नहीं हो सकता. उनसे पूछा गया कि क्या मारिया की मोदी से मुलाकात का कोई राजनीतिक कारण हो सकता है क्योंकि पुलिस आयुक्त ने मीडिया को जारी अपने पत्र में कहा है कि उन्होंने मुलाकात के बारे में तत्कालीन गृह राज्य मंत्री को बताया था.
इस पर पाटिल ने कहा यह रिकॉर्ड में है कि मारिया ने अपनी मुलाकात के बारे में तत्कालीन गृह मंत्री को बताया था. हो सकता है कि गृह मंत्री उनके बताए गए कारणों से संतुष्ट हो गए हों. मंत्री ने कहा यहां इस बात को लेकर केवल अस्पष्टता यह है कि अगर आपकी अंतर..आत्मा स्पष्ट है, अगर यह आपके कर्तव्य निर्वहन का हिस्सा नहीं है और अगर आचार संहिता आपको इसकी अनुमति नहीं देती, तब आप मोदी जैसे व्यक्ति से नहीं मिलते, चाहे वह आपसे मिलने के लिए कितना भी आग्रह करे. इसी बात की जांच की जानी है.