नयी दिल्ली: शराब उद्योगपति पोंटी चड्ढा और उनके भाई हरदीप की यहां स्थित एक फार्महाउस में हत्या में कथित भूमिका के लिए वांछित दो व्संदिग्ध यक्तियों ने आज दिल्ली की एक अदालत के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया. अदालत ने दोनों को दो दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया.
गत वर्ष 17 नवम्बर को हुई हत्या मामले में उत्तराखंड अल्पसंख्यक आयोग अध्यक्ष पद से हटाये गए एस एस नामधारी के साथ दोनों आरोपियों के नाम आरोपपत्र में थे. दोनों मुख्य मेट्रोपालिटन मजिस्ट्रेट राज कुमार त्रिपाठी के समक्ष पेश हुए जिन्होंने दोनों को 12 मई तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया.
परमबीर और इंदरपाल गत पांच महीने से फरार थे और दोनों ने तब आत्मसमर्पण किया जब न्यायाधीश ने गत 25 अप्रैल को उन्हें भगोड़ा घोषित करने के लिए दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 82 के तहत कार्रवाई शुरु करने का आदेश दिया. दोनों पोंटी के भाई राजेंदर चड्ढा के निजी सुरक्षा कर्मी थे और उत्तर प्रदेश के रहने वाले थे.
इस बीच अदालत ने उन सात आरोपियों की न्यायिक हिरासत की अवधि 23 मई तक के लिए बढ़ा दी जिनका पोंटी और हरदीप की हत्या में कथित भूमिकाओं के लिए आरोपपत्र में नाम थे. दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा के अधिकारियों ने आरोपियों की दो दिन की हिरासत प्राप्त करने का अनुरोध करते हुए अदालत को बताया कि उनसे अच्छी तरह से पूछताछ करनी है क्योंकि वे भी अपराध में शामिल थे.