लखनउ : विश्व हिन्दू परिषद के नेता अशोक सिंघल ने उत्तर प्रदेश सरकार से साधु संतों की 84 कोसी अयोध्या परिक्रमा पर लगाए गये प्रतिबंध पर पुनर्विचार करने का आग्रह करते हुए कहा है कि यह परिक्रमा नहीं रुकेगी और इसमें भाग लेने के लिए देश भर से साधु संतों के अयोध्या पहुंचने का सिलसिला जारी रहेगा.
अयोध्या जाने के लिए दिल्ली से लखनउ के चौधरी चरण सिंह हवाई अड्डे पर पहुंचते ही गिरफ्तार कर लिए जाने के बाद सिंघल ने कहा, ‘‘अब यह परिक्रमा रुक नहीं सकती…परिक्रमा में भाग लेने के लिए देश के लगभग 700 जिलों से साधु संतों के अयोध्या पहुंचने का सिलसिला जारी रहेगा…प्रदेश सरकार को अपने निर्णय पर पुनर्विचार करते हुए परिक्रमा पर लगे प्रतिबंध को समाप्त कर देना चाहिए.’’
उन्होंने कहा कि सरकार के प्रतिबंध के बावजूद परिक्रमा आज शुरु हो गयी, यह परिक्रमा मार्ग पर 40 पडाव पर ठहरते हुए पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार 13 सितम्बर तक जारी रहेगी जिसमें देश के सभी राज्यों से आने वाले संत महात्मा शामिल होंगे.
उन्होंने कहा, ‘‘सरकार बस यही कर सकती है कि वह उनको (संत महात्माओं) गिरफ्तार कर ले… रामजन्म भूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास समेत 100 से अधिक संत महात्माओं को गिरफ्तार कर लिया गया है. यह परिक्रमा एक शांतिपूर्ण आयोजन है, जिसके लिए एक दर्जन से अधिक सुरक्षाकर्मियों की जरुरत ही नहीं थी.’’
गिरफ्तारी के बाद उन्नाव जिले के नवाबगंज पक्षी विहार अतिथि गृह में रखे गये सिंघल ने कहा, ‘‘हमने सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव से मुलाकात करके परिक्रमा कार्यक्रम की जानकारी दे दी थी और बताया था कि इसमें प्रति दिन सौ डेढ सौ साधु संत शामिल होंगे और कार्यक्रम पूरी तरह शांतिपूर्ण रहेगा…यह बहुत शांतिपूर्ण और सामान्य सा कार्यक्रम था. प्रतिबंध और सुरक्षा बलों की इतने बडे पैमाने पर तैनाती समझ से परे है.’’ सिंघल ने सवाल किया कि आखिर इस शांतिपूर्ण परिक्रमा (पद यात्रा) की अनुमति क्यों नहीं दी गयी.
विहिप नेता ने कहा, ‘‘वे इस परिक्रमा को राजनीतिक बता रहे है, जबकि मैं कहना चाहता हूं कि यह एक धार्मिक आयोजन है. सरकार को इसे आवश्यक सुरक्षा उपलब्ध करानी चाहिए थी, मगर बेवजह इसको तूल देकर मुद्दा बनाया जा रहा है.’’ विवादस्पद बयानों के लिए चर्चा में रहने वाले प्रदेश सरकार के वरिष्ठ मंत्री आजम खां पर निशाना साधते हुए सिंघल ने कहा कि वह इस घटनाक्रम को लेकर खुश हो सकते है मगर इसके दूरगामी परिणाम होंगे.
उन्होंने कहा‘‘आजम संतों को रोक दिये जाने पर खुश हो सकते हैं..मगर इसके दूरगामी परिणाम सामने आयेंगे. परिक्रमा पर प्रतिबंध के विरोध में कल विहिप कार्यकर्ता राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन करेंगे और सभी जिला मुख्यालयों पर धरना देकर संबंधित जिलाधिकारियों के जरिए राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजेंगे.’’
सिंघल ने कहा, ‘‘राजनीतिक दल इस परिक्रमा में राजनीति तो देख रहे हैं. मगर वे उस भगवान राम की बात क्यों नहीं करते जो तिरपाल के टेंट में रह रहे हैं.’’ सिंघल आज लगभग 10 बजे अयोध्या जाने के लिए दिल्ली से चौधरी चरण सिंह हवाई अड्डे पर पहुंचे थे. साथ में आचार्य राम भद्राचार्य भी थे मगर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.
सिंघल की गिरफ्तारी के विरोध में चौधरी चरण सिंह हवाई अड्डे के बाहर विहिप और भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया और लगभग 50 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया है.