पणजी : नेताओं और मंत्रियों के द्वारा महिलाओं पर टिप्पणी करना कोई नई बात नहीं है. इस बार गोवा के मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पार्सेकर ने आंदोलन कर रही नर्सों पर अभद्र बयान देकर चर्चा बटोरी है. पार्सेकर ने मंगलवार को कथित तौर पर आंदोलन कर रहीं नर्सों को सलाह दी कि उन्हें धूप में भूख हडताल नहीं करनी चाहिए क्योंकि यह उन्हें काला बना देगा और उनकी शादी की संभावनाओं को नुकसान पहुंचाएगा. अब तक इस खबर पर मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पार्सेकर की प्रतिक्रिया नहीं मिली है.
नर्सों में से एक अनुशा सावंत ने कहा, ‘‘जब पोंडा में हमने अपनी मांगों के संबंध में मुख्यमंत्री से मुलाकात की तो उन्होंने कहा कि लडकियों को तेज धूप में भूख हडताल पर नहीं बैठना चाहिए क्योंकि उनका रंग काला हो जाएगा और वो अच्छा वर नहीं पा सकेंगी.’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह टिप्पणी गैर जरुरी थी. अगर मुख्यमंत्री वाकई हमारे बारे में चिंतित हैं तो हम उनसे उम्मीद करते हैं कि वो हमारी मांगें मानेंगे.’’ पार्सेकर की प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी.
इससे पहले भी कई नेता दे चुके हैं विवादित बयान
शरद यादव टिप्पणी करके फंस चुके हैं
जदयू सांसद शरद यादव राज्यसभा में साउथ की महिलाओं को लेकर टिप्पणी की थी. उनकी रंग को लेकर की गई टिप्पणी के बाद महिला सांसदों ने उनकी जमकर आलोचना की थी. केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने शरद यादव को इसपर माफी मांगने के लिए भी कहा था. उन्होंने कहा सदन में कहा था कि साउथ की महिला जितनी ज्यादा खूबसूरत होती है, जितना ज्यादा उसकी बॉडी. वह पूरा देखने में काफी सुंदर लगती है. वह नृत्य जानती है.’शरदयादव के इस कमेंट पर जहां अधिकतर सांसद ठहाके लगा रहे थे, वहीं एक महिला सांसद ने थोड़ा बहुत विरोध किया.
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का विवादित बयान
यह पहला मामला नहीं है जब किसी नेता के द्वारा ऐसा बयान दिया गया है. भारत में बलात्कार बढ़ने को लेकर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी विवादित बयान दे चुके हैं. उन्होंने कहा था कि बलात्कार पाश्चात्य सभ्यता का दुष्प्रभाव है और इसलिए शहरी इलाकों में ज़्यादा होता है. हमारे गांव जहां राष्ट्रीय भावना प्रबल होती है वहां बलात्कार नहीं होते हैं.
दुष्कर्म पर मुलायम का बयान
उत्तर प्रदेश में बढ़ रहे दुष्कर्म पर सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने कहा था कि लड़कों से गलती हो जाती है. मुरादाबाद में एक रैली को संबोधित करते मुलायम सिंह यादव ने दुष्कर्म विरोधी क़ानून को गलत बताया था. यादव ने कहा था, "जब लड़के और लड़कियों में कोई विवाद होता है तो लड़की बयान देती है कि लड़के ने मेरा बलात्कार किया. इसके बाद बेचारे लड़के को फांसी की सज़ा सुना दी जाती है. बलात्कार के लिए फांसी की सज़ा अनुचित है. लड़कों से गलती हो जाती है."
महिलाओं को चार बच्चे पैदा करने चाहिए
भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने मेरठ में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि हिंदू महिलाओं को कम से कम चार बच्चे पैदा करने चाहिए. साक्षी महाराज ने कहा था, ‘हिंदुत्व की रक्षा के लिए हरहिंदूमहिला को कम से कम चार बच्चे पैदा करने चाहिए.’ यही नहीं वीएचपी नेता साध्वी प्राची ने भी हिंदू महिलाओं से दो से ज्यादा बच्चे पैदा करने की सलाह दी थी.