नयी दिल्लीःदिल्ली से सटे गाजियाबाद में बलात्कार पीड़ित एक नाबालिग ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. आरोप है कि पीड़ित और उसके परिवार पर गांव के दबंग आरोपी समझौता करने का दबाव बना रहे थे. दबंगों के खौफ से परिवार ने गांव भी छोड़ दिया. पिता पर बढ़ते दबाव को देखकर नाबालिग लड़की ने इस दुनिया को ही अलविदा कह दिया.
नाबालिग लड़की से गांव के दबंगों ने 1 जुलाई की रात घर से अपहरण कर गैंगरेप किया. पुलिस में इसकी शिकायत की गई. लडकी ने पुलिस को बयान भी दिया की उसके साथ बलात्कार किया गया. शिकायत पर पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. परिवार का आरोप है की पुलिस शुरुआत में ही मामले को रफा-दफा करने की कोशिश में लगी थी. परिवार के मुताबिक पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद से ही उन पर समाझौता करने का दबाव बनाया जाने लगा था. लगातार मिल रही धमकियों से परिवार इतना घबरा गया कि उसने गाजियाबाद का अपना पैत्रिक गांव तक छोड़ दिया. हालात यहां तक खराब हो गए 10वीं मे पढ़ने वाली पीड़ित बेटी की पढ़ाई तक छूट गई. पीड़ित के पिता का कहना है कि केस को दबाने के लिए डेढ़ लाख रुपए दे रहे थे.
ऐसे में सवाल ये है कि जब पीड़ित परिवार ने आरोपी से मिल रही धमकियों की जानकारी पुलिस को दी थी तो पुलिस ने कार्रवाई क्यों नहीं की? अगर पुलिस समय रहते कार्रवाई करती तो पीड़ित लड़की इस तरह जान देने को मजबूर न होती.