नयी दिल्ली: बिजली की दरें बढ़ाए जाने के खिलाफ भाजपा और आम आदमी पार्टी के भारी विरोध के बावजूद दिल्ली विद्युत नियामकीय आयोग (डीईआरसी) ने वितरण कंपनियों की बिजली खरीद लागत का समायोजन करने के लिए दरें डेढ़ प्रतिशत तक बढ़ा दीं.
डीईआरसी ने बीएसईएस यमुना पावर लिमिटेड (बीवाईपीएल) और बीएसईएस राजधानी पावर लिमिटेड (बीआरपीएल) के लिए 4.5 प्रतिशत अधिभार तय किया है, जबकि टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रिब्यूशन लिमिटेड (टीपीडीडीएल) के लिए अधिभार 3 प्रतिशत होगा.
सभी तीन वितरण कंपनियों के उपभोक्ताओं के लिए शुल्क वृद्धि 1.5 प्रतिशत होगी क्योंकि बीवाईपीएल और बीआरपीएल के लिए अधिभार पिछली तिमाही में 3 प्रतिशत था, जबकि टीपीडीडीएल के लिए यह 1.5 प्रतिशत था.
डीईआरसी की सचिव जयश्री रघुरमन ने बताया, ‘‘ बीआरपीएल और बीवाईपीएल के ग्राहकों के लिए अधिभार 3 प्रतिशत से बढ़ाकर 4.5 प्रतिशत किया गया है. इस तरह से, उनके लिए वृद्धि 1.5 प्रतिशत है. टीपीडीडीएल के उपभोक्ताओं के लिए अधिभार 1.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 3 प्रतिशत किया गया है.’’ दरों में यह वृद्धि एक मई से प्रभावी हो गई है.