नयी दिल्ली: गांवों में स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार के उद्देश्य से सरकार विभिन्न राज्यों में मॉडल ग्रामीण शोध इकाईयों की स्थापना करेगी जो संक्रमण एवं गैर संक्रमण से होने वाले रोगों का उपचार करेगी.
वर्तमान वित्त वर्ष में इस तरह की सात शोध इकाईयों का गठन किया जाएगा और 2014..15 में आठ और इकाईयों का गठन 67 . 66 करोड़ रुपये की लागत से होगा. आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि इकाईयों का गठन प्रखंड स्तर पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के नजदीक होगा और इनमें से प्रत्येक को नजदीकी आईसीएमआर संस्था से जोड़ा जाएगा.
स्वास्थ्य मंत्रालय के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा, ‘‘मॉडल ग्रामीण शोध इकाईयां नई तकनीक के डेवलपर्स, राज्य स्वास्थ्य सेवा के कर्मियों और लाभार्थियों के लिए साझा प्लेटफॉर्म मुहैया कराएगा.’’ उत्तरप्रदेश में आगरा के नजदीक घाटमपुर में आईसीएमआर के मॉडल ग्रामीण स्वास्थ्य शोध इकाई की सफलता को देखते हुए यह पहल की जा रही है. इकाई में यह दिखाया गया है कि ग्रामीण स्थितियों में आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जा सकता है.