हैदराबाद : आंध्र प्रदेश विधानसभा में आज दोपहर मुख्य विपक्षी दल तेदेपा और सत्तारुढ़ कांग्रेस के सदस्यों के बीच वाकयुद्ध छिड़ गया क्योंकि मुख्यमंत्री एन किरण कुमार रेड्डी ने उन ‘‘दागी मंत्रियों’’ का बचाव करने का प्रयास किया जो जगन के गैर कानूनी सपंत्ति मामले में सीबीआई की निगरानी दायरे में आ गये हैं.
तेलुगु देशम पार्टी ने कैबिनेट से सभी दागी मंत्रियों को हटाने की मांग की जबकि कांग्रेस ने ‘‘दागी’’ तमगा लगाने पर कड़ी आपत्ति जतायी. इस मुद्दे पर सदन को दो बार स्थगित करना पड़ा क्योंकि तेदेपा विधायक आसन के समक्ष आकर हंगामा मचाने लगे. इस पर मुख्यमंत्री का कहना था कि यदि विधानसभा अध्यक्ष इसे उपयुक्त स्वरुप में मंजूरी देते हैं तो वे मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार हैं.
तेदेपा के उप नेता जी. मधुकृष्णम्मा नायडू ने विधानसभा के उपाध्यक्ष मल्लू भट्टी विक्रमार्का को सदन की कार्यवाही व्यवस्थित ढंग से चलाने के लिए उनको बधाई दी. उन्होंने कहा, ‘‘काश अध्यक्ष एन मनोहर भी इसी तरह सदन चलाते.’’ इसका कृषि मंत्री के लक्ष्मीनारायणा ने कड़ा विरोध किया. जैसे ही कृषि मंत्री ने बोलना शुरु किया तेदेपा सदस्यों ने उनका विरोध करते हुए उन्हें ‘‘दागी मंत्री’’ करार दिया. तेदेपा सदस्यों ने कहा कि वे मंत्री की बात नहीं सुनेंगे. कृषि मंत्री ने तेदेपा पर पलटवार करते हुए उन्हें ऐसी स्थिति में ‘‘दागी मंत्री’’ का तमगा देने का विरोध किया जबकि सीबीआई ने उनके खिलाफ कोई आरोप नहीं लगाया है.