नयी दिल्ली : कोयला ब्लाकों के आवंटन के लिए जिंदल स्टील और पावर लिमिटेड तथा गगन स्पोंज आयरन लिमिटेड के नामों को मंजूरी देने वाली जांच समिति का हिस्सा रहे झारखंड सरकार के तीन वरिष्ठ अधिकारियों को सीबीआई ने अपनी जद में ले लिया है और वह उनसे जल्द पूछताछ कर सकती है. एजेंसी सूत्रों ने बताया कि निर्णय लेने की प्रक्रिया का हिस्सा रहे विभागों के तीनों सचिवों से जेएसपीएल तथा गगन स्पोंज के संबंध में की गयी सिफारिशों को लेकर पूछताछ की जा सकती है. उन्होंने यह भी बताया कि इनमें से एक सचिव को तत्कालीन मुख्यमंत्री मधु कोड़ा का करीबी माना जाता है.
ब्लाकों के आवंटन के लिए 35वीं जांच समिति की तीन बैठकें वर्ष 2007 में 20 से 23 जून , 30 जुलाई तथा 13 सितंबर को हुई थीं. सूत्रों ने बताया कि झारखंड सरकार ने पूर्व में सिफारिश की थी कि अमरकोंडा मुरगादंगल ब्लाक को तीन कंपनियों जेएसपीएल, गगन स्पोंज तथा एक अन्य निजी कंपनी को दिए जाएं. लेकिन झारखंड सरकार की राय में अचानक बदलाव आया और उसने कहा कि ब्लाक केवल जेएसपीएल तथा गगन स्पोंज का दिया जाए और इस प्रकार तीसरी कंपनी के संबंध में सिफारिशों को वापस ले लिया गया. सूत्रों ने बताया कि जो कोयला ब्लाक तीन कंपनियों के बीच बांटा जाना चाहिए था , वह अंतत: केवल दो कंपनियों को दिया गया जिनका नाम कथित अनियमितताओं को लेकर एजेंसी द्वारा दर्ज ताजा प्राथमिकी में लिया गया है. झारखंड सरकार का अचानक बदला रुख सीबीआई की जांच के घेरे में आ गया है और जांच एजेंसी निर्णय लेने की प्रक्रिया से जुड़े अधिकारियों से जल्द सवाल जवाब कर सकती है.
सीबीआई ने कोल घोटाले की जांच में अपनी 12वीं प्राथमिकी में कथित धोखाधड़ी और रिश्वत के लिए जेएसपीएल के निदेशक नवीन जिंदल , तत्कालीन कोयला राज्य मंत्री दसारी नारायण राव तथा पांच कंपनियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. इन पांच कंपनियों में जेएसपीएल, जिंदल रियेलिटी, गगन स्पोंज, नई दिल्ली एक्सिम और राव के स्वामित्व वाली सौभाग्य मीडिया शामिल हैं. सूत्रों ने बताया कि जेएसपीएल और जिंदल की ही एक अन्य कंपनी गगन स्पोंज आयरन लिमिटेड ने कथित रुप से तथ्यों की गलत बयानी की मदद से 2008 में झारखंड में बीरभूम में अमरकोंडा मुरगादंगल कोल ब्लाक हासिल किए. उस समय तत्कालीन कोडा सरकार में राव कोयला राज्य मंत्री थे.
एक साल के भीतर जनवरी 2008 में जेएसपीएल को एक ब्लाक आवंटित किया गया. सीबीआई सूत्रों का दावा है कि राव की कंपनी सौभाग्य मीडिया के शेयर उस समय 28 रुपये पर सूचीबद्ध थे जिन्हें जिंदल की कंपनी नई दिल्ली एक्सिम लिमिटेड ने कुल 2.25 करोड़ रुपये के निवेश से 100 रुपये प्रति शेयर की उंची कीमत पर खरीदा जो कथित रुप से गैर कानूनी पारितोषण था. जेएसपीएल के बाहरी मामलों के प्रमुख मनु कपूर ने इस बारे में कहा था, ‘‘ जेएसपीएल एक कानून का पालन करने वाली कंपनी है जो आदर्श आचार संहिता से संचालित है. कोल ब्लाक आवंटन मामले में सीबीआई की जांच जारी है. जांच के इस चरण में जेएसपीएल पूरी तरह सीबीआई के साथ सहयोग करने को तैयार है.’’