जयपुर: एक सर्वेक्षण के अनुसार बाथरुम की सफाई के लिए काम में लिये जाने वाले एसिड से श्वास, खांसी, आंखो में जलन जैसी बीमारियां हो सकती है. इंडियन मेडिकल एकेडमी की ओर से जयपुर सहित देश के छह शहरों में बाथरुम की सफाई में एसिड के इस्तेमाल पर किये गये सर्वे में यह तथ्य सामने आये हैं. एकेडमी के सलाहकार डॉ. नूरल अनवर और सवाई मान सिंह अस्पताल के पूर्व अघीक्षक अस्थमा रोग विशेषज्ञ वीरेन्द्र सिंह ने सर्वे की रिपोर्ट जारी करते हुए ये बातें बतायीं.
सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार 450 परिवारों में से 47 प्रतिशत ने सांस लेने में तकलीफ, 21 प्रतिशत ने आंखो में पानी, 15 प्रतिशत ने त्वचा में जलन, 12 प्रतिशत ने शरीर में जलन और 5 प्रतिशत ने अन्य परेशानियों की शिकायतें की. डॉ. सिंह के अनुसार एसिड से उठने वाला धुंआ 10 से 15 मिनट तक के अन्तराल में सांस में चला जाए तो अस्थमा, फेफडों में सूजन, फेफडों से जुडी बीमारी, नाक में छाले, होंठों और नाखूनों का नीला होना और किडनी खराब हो सकती है.