बलांगीर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओडिशा के लिए 1,550 करोड़ रुपये से अधिक की कई परियोजनाओं का मंगलवार को उद्धाटन किया और कहा कि ये परियोजनाएं राज्य के विकास की गति तेज करने में अहम भूमिका निभाएंगी. ओडिशा में कनेक्टिविटी बढ़ाने के केंद्र के संकल्प को मजबूती देते हुए मोदी ने कहा कि शिक्षा और कनेक्टिविटी की मदद से तेज विकास होगा तथा समाज के सभी वर्गों की समग्र प्रगति होगी.
प्रधानमंत्री मोदी ने विशेषकर रेलवे क्षेत्र में कई परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास करते हुए यहां एक समारोह में कहा, ‘‘मुझे शिक्षा, कनेक्टिविटी, पर्यटन और संस्कृति जैसे क्षेत्रों में 1550 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्धाटन कर खुशी हो रही है.’ तीन सप्ताह में ओडिशा के तीसरे दौरे में प्रधानमंत्री ने 1,085 करोड़ रुपये की लागत से पूरी हुई 813 किलोमीटर की झारसुगुड़ा- विजयनगरम और सम्भलपुर-अंगुल लाइनों का विद्युतीकरण राष्ट्र को समर्पित किया.
एक वरिष्ठ रेल अधिकारी ने कहा कि इस परियोजना का मकसद लाइन पर निर्बाध रेल कनेक्टिविटी सुनिश्चित करना और यात्रा के समय को कम करना है. इससे डीजल की खपत और ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन भी कम होगा. मोदी ने बरपाली-डुंगरीपाली के 14.2 किलोमीटर और 17.3 किलोमीटर की बलांगीर-देवगांव रेलवे लाइनों के दोहरीकरण का उद्घाटन किया. यह कार्य 189.3 करोड़ रुपये में पूरा हुआ. यह 181.54 किलोमीटर की संबलपुर-टिटलागढ़ रेल पटरी के दोहरीकरण की परियोजना का हिस्सा है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कनेक्टिविटी को प्रगति का अहम स्रोत बताते हुए कहा कि इससे व्यापार, वाणिज्य एवं पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. इसके अलावा किसानों को मंडी तक अपने उत्पाद ले जाने में मदद मिलेगी. उन्होंने कहा कि मजबूत कनेक्टिविटी से औद्योगीकरण को भी बढ़ावा मिलेगा. इससे रोजगार के कई अवसर पैदा होंगे। प्रधानमंत्री ने झारसुगुड़ा में ‘मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क’ (एमएमएलपी) का भी लोकार्पण किया. इस एमएमएलपी को 100 करोड़ रुपये की लागत से पूरा किया गया है. 28.3 एकड़ में बना एमएमएलपी हावड़ा-मुंबई लाइन से सटा है, जो झारसुगुडा रेलवे स्टेशन से पांच किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. मोदी ने कहा कि एमएमएलपी से क्षेत्र में और इसके आस पास सीमेंट, कागज, एल्यूमीनियम, कच्चा लोहा, एवं स्टील के पाइप जैसे कई उद्योगों को लाभ होगा.
प्रधानमंत्री मोदी ने 115 करोड़ रुपये की लागत से तैयार 15 किलोमीटर लंबी बलांगीर-बिछुपाली रेलवे लाइन का भी उद्घाटन किया. यह 289 किलोमीटर लंबी बलांगीर-खुर्दा लाइन का हिस्सा है. यह लाइन खुर्दा रोड पर हावड़ा-चेन्नई मुख्य लाइन और बलांगीर में टिटलागढ़-संबलपुर लाइन को जोड़ती है. यह लाइन तटीय ओडिशा को सोनेपुर, बौध, पुरानाकटक, दासपल्ला और नयागढ़ के जरिए पश्चिमी क्षेत्र से जोड़ेगी. इस लाइन से कई सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उपक्रमों और कुटीर उद्योगों को लाभ होगा. इससे खनन क्षेत्र में भी कई अवसर खुलेंगे। मोदी ने ओड़िशा में बलांगीर-बिछुपाली मार्ग पर नई ट्रेन को हरी झंडी दिखाई जो क्षेत्र के यात्रियों की सहूलियत बढ़ाएगी। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने थेरूवली और सिंगापुर रोड स्टेशन के बीच 27.4 करोड़ रुपए की लागत से बने पुल का भी उद्घाटन किया. यह पुल नागावली नदी के ऊपर संपर्क फिर से स्थापित करता है जो जुलाई 2017 में आई बाढ़ में नष्ट हो गया था.
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के एक अधिकारी ने बताया कि इनके अलावा मोदी ने बौध जिले में नीलमाधव और सिद्धेश्वर मंदिर, बौध में ही स्थित पश्चिम सोमनाथ मंदिरों और बलांगीर में रानीपुर झरियाल स्मारकों के नवीनीकरण एवं जीर्णोद्धार संबंधी कार्यों का उद्घाटन किया. उन्होंने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, पुरी, फूलबनी, बारगढ़ और बलांगीर में छह पासपोर्ट सेवा केंद्रों का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री मोदी ने सोनपुर में 15.81 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली केंद्रीय विद्यालय की स्थायी इमारत की भी आधारशिला रखी. उन्होंने रायगढ़ में केंद्रीय विद्यालय का उद्घाटन किया.
उन्होंने कहा कि केंद्र ओडिशा में केंद्रीय विद्यालय नेटवर्क को फैलाने के लिए ठोस कदम उठा रहा है और राज्य में मानव संसाधन विकास में नये स्कूल अहम भूमिका निभाएंगे. आगामी विधानसभा एवं आम चुनावों के मद्देनजर मोदी का बलांगीर का यह दौरा काफी महत्वपूर्ण है। उन्होंने 24 दिसंबर को भुवनेश्वर एवं खुर्दा का दौरा करके 14,523 करोड़ रुपये की परियोजनाओं और पांच जनवरी को बारीपदा के दौरे में 4,733 करोड़ रुपये के कार्यक्रमों का उद्घाटन किया.