पणजी : गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के अस्पताल में भर्ती होने के बीच, मुख्य विपक्षी कांग्रेस पार्टी ने सोमवार को राज्यपाल मृदुला सिन्हा को ज्ञापन सौंपकर राज्य में वैकल्पिक सरकार बनाने का दावा पेश किया. यह कदम ऐसे समय उठाया गया जब भाजपा आलाकमान ने अपने तीन वरिष्ठ नेताओं रामलाल, बीएल संतोष और विनय पुराणिक को राजनीतिक स्थिति का जायजा लेने के लिए राज्य के पार्टी नेताओं और सहयोगियों से मिलने के लिए यहां भेजा है.
अग्न्याशय से संबंधित बीमारी से पीड़ित पर्रिकर (62) फिलहाल नयी दिल्ली में एम्स में भर्ती हैं. विपक्ष के नेता चंद्रकांत कावलेकर ने कहा कि 40 सदस्यीय विधानसभा में 16 सदस्योंवाली कांग्रेस ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपकर उनसे विधानसभा भंग नहीं करने और इसके बजाय सरकार बनाने के लिए उनकी पार्टी को न्योता देने का अनुरोध किया. राज्य में फिलहाल भाजपा नीत गठबंधन सरकार है. भाजपा के विधानसभा में 14 सदस्य, जबकि इसके सहयोगी दलों गोवा फॉरवर्ड पार्टी और एमजीपी के तीन-तीन सदस्य हैं. तीन निर्दलीय और राकांपा के एक विधायक भी भाजपा को समर्थन दे रहे हैं.
कावलेकर नीत सभी 16 कांग्रेसी विधायक राजभवन गये, लेकिन वे राज्यपाल से नहीं मिल सके क्योंकि वह राज्य से बाहर हैं. कावलेकर ने कहा, ‘पार्टी ने राज्यपाल से राज्य विधानसभा भंग नहीं करने का अनुरोध किया क्योंकि सत्तारूढ़ गठबंधन में अंदरूनी घमासान और पर्रिकर की बीमारी को देखते हुए यह (विधानसभा भंग करना) एक संभावना है.’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास अन्य दलों के विधायकों का समर्थन हासिल है और अगर राज्यपाल द्वारा उन्हें मौका दिया गया तो वे सरकार बना सकते हैं. उन्होंने कहा, ‘हम सदन के पटल पर बहुमत साबित करेंगे.’
इससे पहले, भाजपा नेता रामलाल ने कहा था कि गोवा सरकार स्थिर है और नेतृत्व में बदलाव की कोई मांग सामने नहीं आयी है. उन्होंने यह बात पार्टी विधायकों, पूर्व विधायकों और कोर कमेटी सदस्यों के साथ बैठक करने के बाद कही. बैठक भाजपा के केंद्रीय पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में बुलायी गयी थी. राज्य सरकार के स्थिर होने की बात करते हुए राम लाल ने कहा कि सहयोगियों ने बैठक में भाजपा के लिए अपने समर्थन को दोहराया. उन्होंने कहा कि बैठक में विभिन्न नेताओं द्वारा जाहिर की गयी राय से पार्टी आलाकमान को अवगत कराया जायेगा, जो राज्य के हित में फैसला करेगा. बैठक सोमवार की सुबह भाजपा के प्रदेश मुख्यालय में हुई. इसमें पार्टी विधायकों, पूर्व विधायकों और कोर कमेटी के सदस्यों ने हिस्सा लिया. बाद में राम लाल ने कहा कि पार्टी ने राज्य में राजनैतिक हालात और अगले साल होनेवाले लोकसभा चुनाव के लिए तैयारियों पर चर्चा की.
उन्होंने कहा कि भाजपा के सहयोगी दलों गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी), महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) और निर्दलीयों ने कहा कि वे भगवा पार्टी द्वारा किये गये किसी भी राजनैतिक फैसले से सहमत होंगे. राम लाल ने बैठक में क्या चर्चा हुई इस बारे में अधिक जानकारी दिये बिना कहा, हमने सबकी राय ली और इसे दिल्ली में नेताओं के साथ साझा किया जायेगा. वे राज्य के हित में जो भी अच्छा होगा वो फैसला करेंगे. उन्होंने राज्य में नेतृत्व में परिवर्तन से इनकार किया. लाल ने कहा, किसी ने भी मेरे सामने नेतृत्व में बदलाव की मांग नहीं रखी. सरकार स्थिर है. एक दिन पहले ही गोवा भाजपा अध्यक्ष विनय तेंडुलकर ने कहा कि राज्य में नेतृत्व परिवर्तन का कोई सवाल नहीं है.