हुबली (कर्नाटक ): प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा पूर्वी लद्दाख में चीनी घुसपैठ को “स्थानीय समस्या” करार देने को गंभीरता से लेते हुए भाजपा नेता अरुण जेटली ने आज कहा कि संप्रग सरकार इसे कोई मुद्दा ही नहीं मान रही है, उसे देश को अपनी मंशा बतानी होगी.
जेटली ने कहा, “सरकार के लिए विभिन्न विकल्प संभव है. मैं एक पल के लिए भी टकराव की बात नहीं कर रहा पर देश के सामने कूटनीति के तरीके उपलब्ध हैं.”संवाददाताओं से बातचीत में जेटली ने कहा, “व्यापारिक दबाव बनाने से लेकर कुछ खास मुद्दों को उठाना विकल्प हो सकता है. मुद्दे ऐसे होने चाहिए जिससे सामने वाला पक्ष बचाव की मुद्रा में आ जाए ताकि उस पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाया जा सके.” जेटली ने कहा, “क्या हम इनमें से कुछ कर रहे हैं या हम इसे कोई मुद्दा ही नहीं मान रहे ? अफसोस, मुझे तो बाद वाली बात ही नजर आ रही है.”
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कुछ नहीं करना देश के लिए चिंता की बात है और सरकार को बताना चाहिए कि उसकी मंशा क्या है. उन्होंने कहा, “कल वह (प्रधानमंत्री) हुबली में (चुनाव प्रचार के सिलसिले में) होंगे और उन्हें इसे स्थानीय समस्या करार देने के बजाय आपको निश्चित तौर पर बताना होगा. यह संतोषजनक उत्तर नहीं है.”