नयी दिल्ली : भारतीय हॉकी टीम को शीर्ष टीमों के लगभग समकक्ष बताते हुए ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज स्ट्राइकर जैमी ड्वायेर ने कहा कि नीदरलैंड में इस महीने के आखिर में होने वाले विश्व कप में उम्दा प्रदर्शन के लिए सरदार सिंह एंड कंपनी को अपने डिफेंस और पेनल्टी कार्नर पर मेहनत करनी होगी.
ऑस्ट्रेलिया के लिए चौथा विश्व कप खेलने जा रहे ड्वायेर ने दिये इंटरव्यू में कहा ,भारत समेत सभी टीमों को विश्व कप में अच्छे नतीजों के लिए डिफेंस पर मेहनत करनी होगी. जहां तक भारतीय टीम को टिप्स देने की बात है तो उसे डिफेंस और पेनल्टी कार्नर में अच्छा प्रदर्शन करना होगा. विश्व कप नीदरलैंड के द हेग में 31 मई से 15 जून तक खेला जाना है.
दुनिया की आठवें नंबर की टीम भारत को पूल ए में गत चैंपियन आस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, बेल्जियम , स्पेन और मलेशिया के साथ रखा गया है. ड्वायेर ने कहा कि भारतीय टीम शीर्ष टीमों से ज्यादा पीछे नहीं है लेकिन लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाना उसकी परेशानी बना हुआ है. उन्होंने कहा, पिछले कुछ समय में भारत के प्रदर्शन में सुधार आया है लेकिन सभी टीमों ने अपना प्रदर्शन बेहतर किया है.
भारत दुनिया की शीर्ष टीमों से ज्यादा पीछे नहीं है लेकिन लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाना उसकी परेशानी बनी हुई है. विश्व कप में भारत को खुद को आंकने का मौका मिलेगा. एथेंस ओलंपिक 2004 की स्वर्ण पदक विजेता टीम के सदस्य रहे ड्वायेर ने कहा कि भारतीय टीम के प्रदर्शन का दारोमदार डिफेंडर गुरबाज सिंह और ड्रैग फ्लिकर रुपिंदर पाल सिंह पर होगा.
गुरबाज ने लंदन ओलंपिक 2012 के बाद टीम में वापसी की है.आस्ट्रेलिया के लिए 250 से अधिक मैचों में 150 से अधिक गोल कर चुके इस अनुभवी स्ट्राइकर ने कहा , गुरबाज और रुपिंदर ने हाकी इंडिया लीग में बेहतरीन प्रदर्शन किया. मुझे उम्मीद है कि ये दोनों खिलाडी विश्व कप में भी उस फार्म को बरकरार रखेंगे. उन्होंने हॉकी इंडिया लीग की तारीफ करते हुए कहा , इस लीग से भारतीय हाकी को अच्छा मंच मिला है.
भारतीय टीम को आने वाले चार छह साल में इसके फायदे मिलने लगेंगे. ऑस्ट्रेलिया की विश्व कप की तैयारियों के बारे में उन्होंने कहा कि टीम खिताब बरकरार रखने के इरादे से खेलेगी. उन्होंने कहा , हमने काफी कड़ी मेहनत की है और उम्मीद है कि विश्व कप में अच्छा प्रदर्शन कर सकेंगे. यदि हम अपनी क्षमता के अनुरुप खेल पाये तो खिताब दोबारा जीत सकते हैं.
उन्होंने कहा कि टीम कोच रिक चार्ल्सवर्थ को जीत के साथ विदाई देना चाहेगी जो अगस्त में ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेल के बाद पद से हट रहे हैं. ड्वायेर ने कहा , वह जीत के साथ विदाई के हकदार हैं और उम्मीद है कि हम उन्हें यह तोहफा दे सकेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि ऑस्ट्रेलियाई टीम के साथ पहली बार कोई विदेशी कोच जुड़ सकता है.
उन्होंने कहा , मुझे लगता है कि हमें विदेशी कोच मिल सकता है. मैं दुआ करता हूं कि हमें सर्वश्रेष्ठ कोच मिले, चाहे वह विदेशी हो या देशी. संन्यास के सवाल पर उन्होंने कहा , यह मेरा आखिरी विश्व कप है लेकिन मैंने अभी तय नहीं किया है कि अंतरराष्ट्रीय हाकी को अलविदा कब कहूंगा.