मुंबई : शिवसेना का गुजरात को लेकर विवादित बयान सामने आया है. मुखपत्र सामना के संपादकीय में मुंबई में रह रहे गुजरातियों की तुलना वेश्या से की गयी है. संपादकीय में लिखा गया है कि मुंबई में रह रहे मोदी समर्थक गुजरात के बिजनेसमैन महाराष्ट्र दिवस नहीं मनाते हैं. गुजरात के व्यवसायी किसी ‘वेश्या की तरह’ मुंबई का शोषण कर रहे हैं. मालूम हो, हर साल 01 मई को महाराष्ट्र दिवस मनाया जाता है. 1960 में इसी दिन बॉम्बे स्टेट को महाराष्ट्र और गुजरात में बांटा गया था.
सामना में गुजरातियों पर निशाना खिंचाई करते हुए लिखा गया है, ये मुंबई में रहते हैं, यहां की सुख-सुविधाओं का लाभ उठते हैं. कभी हाथ में खाली लोटा लेकर आए थे, आज अपने सोने के महल खड़े कर लिए हैं. आज यहां बैठकर तय कर रहे हैं कि किस प्रधानमंत्री बनना चाहिए और किसे नहीं.