बैतूल (मप्र) : मध्यप्रदेश के बैतूल जिले के बीजादेही थानांतर्गत ग्राम चूनाहजूरी के खापाढाना में एक आदिवासी विवाहिता के दूसरे समाज के युवक के साथ भागने की घटना के बाद आदिवासियों की पंचायत में हुए फैसले के बाद ग्रामीणों ने भागने वाली महिला एवं उसकी बहन के साथ मारपीट कर दोनों बहनों के सिर के बाल काटकर उन्हें अर्धनग्न हालत में गांव में घुमाया.
पुलिस ने आज यहां बताया कि 29 अप्रैल की रात को ग्राम चूनाहजूरी के खापाढाना में एक आदिवासी विवाहिता के गांव के ही युवक अशोक यादव के साथ भागने की घटना के बाद आदिवासियों की पंचायत में हुए फैसले के बाद ग्रामीणों ने महिला एवं उसकी बहन के साथ गांव की चौपाल पर सरेआम न केवल मारपीट की, बल्कि दोनों आदिवासी महिलाओं के सिर के बाल काटकर उन्हें अपमानित किया.
उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं, ग्रामीण महिलाओं ने एक बहन की साडी उतारकर अर्धनग्न कर दोनों बहनों को गांव में भी घुमाया. पुलिस ने बताया कि इस मामले में बीजादेही थाने में पीडिता की शिकायत पर सात आरोपियों खापाढाना निवासी बलवंत, दुर्याकेधन, हरीशंकर, नंदू, दस्सोबाई, कलावती और दसोंदी के खिलाफ भादंवि की धारा 354 ए, 294, 323, 504 एवं 34 के तहत आपराधिक प्रकरण दर्ज कर लिया गया है.
उन्होंने बताया कि इस शर्मनाक घटना से अवसाद ग्रस्त एक बहन को कल शाम जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि दूसरी बहन का उपचार घर में ही किया जा रहा है. जिला अस्पताल में पीडिता का इलाज कर रहे डॉ. राहुल श्रीवास्तव ने बताया कि मारपीट एवं बाल काटने की घटना से महिला अवसाद ग्रस्त हो गई है. उसे चोटें भी आयी है और उसका उचित इलाज किया जा रहा है.
पुलिस ने कहा कि आदिवासी महिला के विजातीय युवक के साथ भागने के मामले में खापाढाना के ग्रामीणों ने दोनों महिलाओं को कथित रुप से ‘जात से बाहर’ भी कर दिया है. दोनों पीडित बहनों ने बताया कि मंगलवार रात को गांव के चौपाल पर बैठी पंचायत में उन्हें दोनों बहनों: रस्सी से बांधकर और घसीटकर कर लाया गया.
उन्होंने आरोप लगाया कि दस्सो बाई ने कैची से उनके बाल काट दिये और महिलाओं ने एक बहन की साडी उतार दी और डंडे से मारते हुए पंचायत में लाए. दोनों बहनों ने सरकार से मांग की है कि सभी आरोपियों के खिलाफ कडी कार्रवाई की जाए.
पुलिस ने कहा कि दूसरे समाज वाले युवक के साथ भागी हुई महिला का पति जयसिंह अपनी पत्नी को ढूंढकर गांव लाया और 28 अप्रैल को आदिवासियों की पंचायत के हवाले कर दिया. दूसरी जाति के युवक के साथ भागने के मुद्दे पर 29 अप्रैल की रात नौ बजे खापाढाना की चौपाल में पंचायत बैठी, जहां महिला-पुरुषांे ने एकत्रित होकर इस मामले में एक राय से दूसरी जाति के साथ भागने वाली आदिवासी विवाहिता एवं गांव में ही रहने वाली उसकी बहन को सजा देने का फैसला सुनाया.