लातूर: नरेन्द्र मोदी पर किये गये तीखे हमले में राहुल गांधी ने उनके द्वारा प्रचारित किये जाने वाले गुजरात मॉडल को आज ‘‘टाफी मॉडल’’ करार दिया. उन्होंने कहा कि इससे राज्य में केवल एक उद्योगपति को फायदा पहुंचा है तथा किसानों एवं गरीबों की अनदेखी कर दी गयी.
उन्होंने कहा कि भाजपा अपने प्रचार पोस्टरों में महिलाओं के सशक्तिकरण की बात करती है. इसके पार्टी कार्यकर्ताओं ने आरएसएस कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर मंगलूर (कर्नाटक) के पबों में महिलाओं की पिटाई की तथा गुजरात के मुख्यमंत्री ने अपनी ताकत एवं पुलिस मशीनरी का इस्तेमाल एक महिला के फोन को टैप करने के लिए किया.
राहुल ने एक चुनावी रैली में यहां कहा, ‘‘गुजरात माडल के बारे में मैं आपको बताना चाहता हूं. क्या आपने आडवाणी के बारे में सुना है. आडवाणी, जसवंत सिंह को दरकिनार कर दिया गया है. अब एक नये नेता का उदय हुआ है. वह नरेन्द्र मोदी हैं. इससे पहले अटल बिहारी वाजपेयी और आडवाणी की भागीदारी हुआ करती थी. अब मोदी और अडानी की भागीदारी है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘औरंगाबाद के आकार की भूमि…45000 एकड..महज 300 करोड रुपये में दे दी गयी. यह टाफी माडल है, गुजरात माडल नहीं. एक रुपये में आपको यहां टाफी मिलती है. उनकी जमीन को एक रुपये प्रति मीटर के दाम पर बेच दिया गया..यह गरीबों और किसानों की जमीन थी.’’
राहुल ने कहा कि नैनो कार बनाने के लिए 10 हजार करोड रुपये का रिण दिया गया. यह राशि गुजरात में स्वास्थ्य एवं शिक्षा पर खर्च किये गये धन से अधिक है.
भाजपा के प्रचार पोस्टरों में महिलाओं के सशक्तिकरण के दावे पर उन्होंने कहा कि पार्टी शासित छत्तीसगढ में 20 हजार महिलाएं लापता हैं.महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण का उल्लेख करते हुए राहुल ने कहा कि वह अपने अधिकारों का उपयोग विकास के लिए करते हैं, गुजरात की राज्य पुलिस मशीनरी का इस्तेमाल एक महिला के फोन काल टैप करने के लिए किया जाता है.
उन्होंने यह भी कहा कि मंगलूर में भाजपा एवं आरएसएस के लोगों ने एक पब में महिलाओं की इसलिए पिटाई की कि वे वहां गईं.कांग्रेस उपाध्यक्ष ने भाजपा पर कांग्रेस के घोषणा पत्र को ही फिर से पेश कर देने का आरोप लगाया. ‘‘उन्होंने हमारे पार्टी चिन्ह की जगह कमल को रख दिया.’’ कांग्रेस ने पहले ही पूर्व सेनाकर्मियों के लिए एक रैंक एक पेंशन योजना लागू कर दी है, भाजपा दावा कर रही है कि सत्ता में आने पर वह इस कार्यक्रम को लागू करेगी.
उन्होंने कहा, ‘‘उनका घोषणापत्र भ्रष्टाचार से लडने की बात करता है. लेकिन उसमें भ्रष्टाचार से निबटने का कोई रास्ता नहीं है.भ्रष्टाचार से निबटने के लिए हमारे छह विधेयक संसद में लंबित हैं, लेकिन उन्होंने इन विधेयकों को पारित नहीं होने दिया.’’