प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दो दिवसीय दौरे पर हैं. इस दौरे कीशुरुआत उन्होंने बड़ा लालपुर स्थित ट्रेड फेसिलिटेशन सेंटर के उद्घाटन से की. इसके बाद मोदी ने महामना एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखा कर वाराणसी से रवाना किया. वाराणसी को वडोदरा से जोड़नेवाली यह ट्रेन हफ्ते में एक दिन चलेगी.
प्रधानमंत्रीने वाराणसी के लोगों को एक जल एम्बुलेंस सेवा और एक जल शव वाहन सेवा भी समर्पित की. इसके साथ ही उन्होंने उत्कर्ष बैंक की बैंकिंग सेवाओं का उद्घाटनऔर बैंक के मुख्यालय की इमारत का शिलान्यास भी किया.
बतातेचलें कि उत्कर्ष बैंक को माइक्रो फाइनेंस के क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल है. आइए जानें उत्कर्ष बैंक के बारे में कुछ खास बातें-
उत्कर्ष माइक्रो फाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड, उत्तर प्रदेश के वाराणसी में स्थित एक नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनी है. यह माइक्रोफाइनेंस के क्षेत्र में अपना करोबार करती है.
उत्कर्ष माइक्रो फाइनेंस को भारतीय रिजर्व बैंक से स्माॅल फाइनेंस बैंक (एसएफबी) परिचालित करने का लाइसेंस सितंबर 2015 में मिला. इसने वाराणसी, पटना, दिल्ली एनसीआर और नागपुर में अपनी पांच शाखाओं के साथ उत्कर्ष स्मॉल फायनेंस बैंक लांच किया.
यह एक तरह की स्मॉल बैंकिंग कंपनी है. इसके लाभुकों में छोटे किसान, असंगठित क्षेत्र के श्रमिक और छोटे दुकानदार जैसे कम आय वर्ग के लोग शामिल हैं.
यह बैंक खास तौर पर उन लोगों के लिए फायदेमंद है, जो अब तक बड़े कमर्शियल बैंकों तक नहीं पहुंच पाये हैं. यह बैंक डिपॉजिट लेने के अलावा लोन देने का भी काम करता है.
इसका लाभ उन लोगों को होता है, जिन्हें बड़े कमर्शियल बैंक लोन देने से हिचकिचाते हैं. इस बैंक के जरिये असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को बाजार दर से काफी सस्ता लोन भी मिलताहै.
उत्कर्ष एसबीएफ की अपने ग्राहकों के लिए जमा दरों की पेशकश अन्य बैंकों से 1.25 प्रतिशत अधिक रहती है. आनेवाले दिनों में यह बैंक अपनी सेवाओं का विस्तार करते हुए आवासीय ऋण, लघु, छोटे एवं मध्यम उपक्रमों को ऋण और बीमा उत्पाद भी उपलब्ध करायेगा.
इस तरह उत्कर्ष स्मॉल बैंक, रोजगार के अवसर मुहैया कराने के साथ-साथ छोटे उद्योगों को बढ़ावा देने और देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती दिलाने में अपनी भूमिका निभा रहा है.