एजल : मिजोरम में एकमात्र लोकसभा सीट के लिए मतदान के दौरान 7 वीवीपीएटी मशीनों में तकनीकी खराबी आ गई.निर्वाचन कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि वीवीपीएटी (वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रायल) व्यवस्था में मतदाता इस बात की पुष्टि कर सकता है कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन से डाला गया उसका वोट उसके पसंदीदा प्रत्याशी के लिए गया है या नहीं. सूत्रों ने बताया कि 3 वीवीपीएटी मशीनों में सुबह अभ्यास के दौरान तकनीकी खराबी उत्पन्न हो गई. जब सुबह 7 बजे मतदान शुरु हुआ तो पता चला कि 4 मशीनें काम ही नहीं कर रही हैं.
वीवीपीएटी मशीनों की निर्माता भारत इलेक्ट्रॉनिक लिमिटेड के इंजीनियर वीवीपीएटी मशीनों की मरम्मत के लिए भेजे गए. राज्य निर्वाचन विभाग एजल शहर की सीमा में आने वाले 10 विधानसभा क्षेत्रों, सभी 8 जिला मुख्यालयों तथा अन्य बडे शहरों के 385 मतदान केंद्रों में वीवीपीएटी मशीनों का उपयोग कर रहा है.
मिजोरम चुनाव:10 बजे तक 20.4 प्रतिशत मतदान
मिजोरम की एकमात्र लोकसभा सीट के चुनाव और रांगतुजरे विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए आज सुबह 10 बजे तक करीब 20.4 प्रतिशत मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया. हालांकि कुछ मतदान केंद्रों पर सुबह सात बजे मतदान शुरु होने से पहले मतदाताओं की लंबी कतारें देखी गईं लेकिन कुछ मतदान केंद्रों पर मतदाता देर से पहुंचे.
सत्तारुढ कांग्रेस के उम्मीदवार एवं वर्तमान सांसद सी एल रआला और उनके मुख्य प्रतिद्वंद्वी रोबर्ट रोमाविया रोयते उन लोगों में शामिल हैं जिन्होंने सबसे पहले मत डाला. रोयते यूडीएफ के समर्थन से चुनाव लड रहे हैं. रआला ने सुबह सात बजे एजल दक्षिण- दो विधानसभा क्षेत्र में तुइखुयाहतलांग मतदान केंद्र पर अपना मत डाला और रोयते ने उसी समय एजल पूर्व दो विधानसभा क्षेत्र में आने वाले छिंगा वेंग मतदान केंद्र पर अपना मत डाला.