नयी दिल्ली : राहुल गांधी ने डेढ सौ से ज्यादा युवा नेताओं के साथ लोकसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा की और साथ ही उम्मीदवारों के चयन में प्राइमरी के प्रयोग के बारे में उनसे जानकारी हासिल की.
राहुल गांधी से कल चर्चा करने वाले युवा ब्रिगेड में केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह, सचिन पायलट, जितेंद्र सिंह, पार्टी सांसद अजय माकन, संदीप दीक्षित, प्रिया दत्त, मीनाक्षी नटराजन, पूर्व मंत्री शैलजा, महिला कांग्रेस प्रमुख शोभा ओझा और दिल्ली के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली शामिल थे. युवा नेताओं के साथ करीब आधे दिन तक चली चर्चा का यह सत्र पार्टी का घोषणा पत्र जारी होने के ठीक एक दिन पहले आयोजित हुआ. पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी कल कांग्रेस का चुनाव घोषाणा पत्र जारी करने वाली हैं.
महिला, किसान, युवा और श्रमिकों तथा राजनीतिक व्यवस्था को खोलने से जुडे विभिन्न मुद्दों पर नेताओं के बीच खुली चर्चा हुई. चर्चा का प्रमुख हिस्सा सोशल मीडिया सहित विभिन्न मंचों से युवाओं को जोडने के तरीकों पर केद्रिंत था.
युवाओं की क्षमता का दोहन करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि राजनीतिक व्यवस्था को खोलना, इसमें युवाओं की उर्जा को समाहित करना और सरकार को जनता के करीब लाने के लिए सत्ता का अधिक से अधिक हस्तांतरण आगे के कार्य हैं. उन्होंने पिछले दस वर्षों में संप्रग सरकार के कार्यों की सराहना की और कहा कि इसने समावेशी विकास के माडल की नींव रखी. बडी संख्या में महिला युवा नेताओं ने चर्चा में हिस्सा लिया.