Vastu Tips For Relationship: विशेषज्ञ का कहना है कि सास-बहू का रिश्ता मां-बेटी के बंधन का प्रतिफल होता है. जन्म कुंडली में अंक 4 माता को इंगित करता है और राहु और शनि की उपस्थिति व्यक्ति के रिश्ते पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है. और सातवां खंड पति का होता है. सास और बहू के बीच के बंधन को बेहतर बनाने और मजबूत करने में कुछ उपाय मदद कर सकते हैं. जानें वास्तु एक्सपर्ट सुधा वर्मा के द्वारा सुझाये गये उपाय.
सास-बहू के रिश्ते को मजबूत करने के लिए वास्तु टिप्स
प्रतिदिन श्री रामचरितमानस का पाठ करें.
बहू को प्रतिदिन भगवान कृष्ण को तुलसी का भोग लगाना चाहिए.
प्रत्येक गुरुवार को श्री विष्णु सहस्रनाम का पाठ करना चाहिए.
स्त्री की कुंडली में सप्तम भाव जीवनसाथी का होता है. और पति की कुण्डली में चौथा स्थान उनकी माता का है. इसलिए, बहू को घर पर शासन करने वाले ग्रह की पूजा करनी चाहिए.
बहू के आठवें और दसवें घर में रहने वाले ग्रह को समर्पित बीज मंत्र का जाप करें.
भोजन और आवश्यक वस्तुओं का जरूरतमंदों को दान करें.
घर की उत्तर-पूर्व दिशा में वेदी रखें या घर का मंदिर बनाएं.
घर को दुर्गंध से मुक्त रखें. आप धूप और धूप जला सकते हैं.
ड्राइंग रूम में एक छोटा बांस का पौधा रखें.
सास-बहू किचन में एक साथ लंच करें.
आंगन में कैक्टस या थ्रोनी के पौधे न रखें.
साफ पानी से भरे मिट्टी के बर्तन में कुछ गुलाब के फूल डालकर ड्राइंग रूम में रख दें.
वाद-विवाद से बचने के लिए रोज बनाई जाने वाली पहली रोटी को गुड़ के साथ गाय को अर्पित करें.
बहू पक्षियों को दाना दें.
इन उपायों को करने से सास और बहू के संबंध बेहतर बनने की संभावना है.
( नोट: यहां उपलब्ध कराई गई जानकारी की सटीकता के लिए prabhatkhabar.com जिम्मेदार नहीं है. अप्लाई करने से पहले एक्सपर्ट की राय जरूर लें.)