मकर संंक्राति के दिन कई हेल्दी सुपरफूड खाए जाते हैं. ये सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं. यह त्यौहार आम तौर पर नार्थ इंडिया में मनाया जाता है. इस दिन लोग अलग-अलग तरह के खाने को सेलिब्रेट करते हैं. मकर संंक्राति सर्दियों के मौसम में मनाया जाने वाला सबसे पसंदीदा और फेमस फेस्टिवल है. इस दिन जो खास भोजन खाए जाते हैं वो स्वास्थ्य के हिसाब से बहुत फायदेमंद हैं और सर्दियों में उनका सेवन बहुत अच्छा है. इन सुपर फूड्स में दही-चूड़ा, पोंगल, तिल, मूंगफली, गुड़ और खिचड़ी शामिल है. आइये जानते हैं इन्हें खाने से शरीर को क्या-क्या फायदे होते हैं और इनमें कौन-कौन से पोषक तत्व शामिल होते हैं.
दही-चूड़ा एक पांरपरिक भोजन है. यह सबसे अधिक बिहार और यूपी में पसंद फेमस है और लोग बहुत चाव से खाते हैं. दही में कई तरह के पोषक तत्व होते हैं. इसमें विटामिन बी, विटामिन बी 12, कैल्शियम, मैग्नेशियम का स्त्रोत है. इससे पाचन प्रक्रिया सही होती है. इसके अलावा चूरा में स्टार्च और कार्ब नहीं होता जिससे उसे आसानी से पचाया जा सकता है. दही चूड़ा खाने से पेट को भी ठंडक मिलती है जिससे पाचन सही रहता है.
मकर संक्रांति में तिल के सेवन का बहुत महत्व है. इस दिन काले और सफेद दोनों ही प्रकार के तिल का इस्तेमाल किया जाता है. तिल के अलग-अलग तरह के व्यंजन बनाए जाते हैं. तिल का सेवन बहुत फायदेमंद होता है. इनमें भरपूर मात्रा में विटामिन, प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम, पोटेशियम, मैग्नीशियम, सहित हेल्दी फैट्स और एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा पाई जाती है. तिल से ब्लड शुगर लेवल और कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल रहता है. तिल ब्लड प्रेशर और इन्फ्लेमेशन को भी कम करता है. तिल में भरपूर मात्रा में फाइबर भी पाया जाता है, जो पाचन क्रिया के लिए बेहद कारगर होते हैं. यह शरीर को पर्याप्त ऊर्जा प्रदान कर आपको लंबे समय तक सक्रिय रहने में मदद करता है.
पोंगल दक्षिण भारत में खाया जाने वाला एक फेमस व्यंजन है. इसे मकर संक्रांति के मौके पर खासकर लोग खाते हैं. इसे चावल, मूंग दाल और मसालों से तैयार किया जाता है. मसालों में जीरा, काली मिर्च, हींग, कड़ी पत्ता और अदरक का इस्तेमाल होता है. मूंग दाल प्रोटीन, फाइबर, फोलेट, विटामिन के और विटामिन सी का एक बेहतरीन स्रोत है और यह डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखता है,. ये एक बेहतर इम्यूनिटी बूस्टर भी होता है. हींग पाचन क्रिया को संतुलित रखता है, और खाद्य पदार्थों को आसानी से पचाने में मदद करता है. कड़ी पत्ता में एंटी डायबिटिक प्रॉपर्टी पाई जाती है, जिससे यह डायबिटीज के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद होती है. अदरक की एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज इसे सर्दी-खांसी को ट्रीट करने में मदद करती हैं.
मकर संक्राति के दिन मूंगफली खाने का भी प्रचलन है. मूंगफली को हम विंटर सुपरफूड के नाम से भी जानते हैं. इसमें मौजूद विटामिन ई हृदय संबंधी समस्याओं के खतरे को कम करती है. और इसके सेवन से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल रहता है. मूंगफली में भरपूर मात्रा में फाइबर, मैग्नीशियम, आयरन, जिंक, विटामिन बी, विटामिन ई और एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा होती है.
मकर संक्राति में सबसे ज्यादा गुड़ का इस्तेमाल होता है. इस दिन के सारे खास खाने को बनाने में इसे मुख्य सामग्री के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है. इसे दही चुरा के साथ भी खाया जाता है, रिफाइंड शुगर की जगह ऑर्गेनिक गुड का इस्तेमाल आपकी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है. गुड़ कोलेस्ट्रॉल को मैनेज करता है और वेट लॉस में फायदेमंद होता है. यदि आप उचित मात्रा में सही क्वालिटी का गुड खाती हैं,, तो इससे लंग्स डैमेज को भी प्रीवेंट किया जा सकता है. डायबिटीज के मरीज भी सीमित मात्रा में गुड़ का सेवन कर सकते हैं.
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मकर संक्रांति पर खिचड़ी खाने की परंपरा है. काफी लोग चावल और मूंग दाल की खिचड़ी इस दिन जरूर खाते हैं. चावल और मूंग दाल की खिचड़ी बहुत जल्दी पचने वाली होती है. इसमें घी या मक्खन डाल कर बनाया जाता है औऱ इसलिए यह शरीर को ताकत भी बहुत देता है. मकर संक्रांति से इसे खाने में रोज शामिल करना चाहिए. मकर संक्राति के दिन खिचड़ी खाने का महत्व ही अलग है.
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