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Solar Eclipse 2021: साल का आखिरी सूर्यग्रहण 4 दिसंबर को, आंखों के अलावा स्वास्थ्य पर भी पड़ता है प्रभाव

Surya Grahan 2021,harmful effects of solar eclipse on health: शनिवार 4 दिसंबर को साल 2021 का आखिरी सूर्य ग्रहण है. सूर्य ग्रहण से जुड़ी कई ऐसी बातें हैं जिसे लोग आज भी मानते हैं। लोगों का ऐसा मानना है कि ग्रहण लगने के दौरान यदि आप खाते हैं तो इसका स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है.

4 दिसंबर को शनिवार के दिन साल 2021 का आखिरी सूर्य ग्रहण को लगने जा रहा है. भारतीय समय के अनुसार ये ग्रहण सुबह लगभग 11 बजे शुरू होगा और दोपहर 03 बजकर 07 मिनट पर खत्म होगा. सूर्य ग्रहण को लेकर धर्म ग्रंथों और पुराणों में कई तरह की मान्यताएं हैं. पुराणों में कहा गया है कि चंद्र ग्रहण से अधिक सूर्य ग्रहण का असर होता है. इसलिए सूर्य ग्रहण पर शास्त्रों में बताए गए नियमों का पालन करना जरूरी माना गया है.

लोगों का ऐसा मानना है कि ग्रहण लगने के दौरान यदि आप खाते हैं तो इसका स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है. इसके अलावा नग्न आंखों से ग्रहण को देखना आंखों को नुकसान पहुंचाता है. आइए जानते हैं सूर्य ग्रहण का स्वास्थ्य पर क्या प्रभाव पड़ता है-

आसानी से पचने वाला भोजन करें

वास्तव में कोई सावधानी नहीं है, लेकिन आयुर्वेद की दृष्टि से, ग्रहण से दो घंटे पहले हल्का और आसानी से पचने वाला भोजन खाने की सलाह दी जाती है. सूर्य ग्रहण के दौरान कुछ भी न खाएं और न ही पिएं.

आंखों को करता है प्रभावित

ऐसा माना जाता है कि सूर्य ग्रहण को नग्न आंखों से देखना आंखों के स्वास्थ्य को प्रभावित करता है. इससे निकलने वाली हानिकारक किरणें आंखों के रेटिना को नुकसान पहुंचाता है. इतना ही नहीं इन हानिकारक किरणों के कारण आंखों की रोशनी कम हो जाती है या फिर कई बार अंधापन की स्थिति भी पैदा हो जाती है. इसलिए सूर्य ग्रहण को हमेशा चश्मा लगाकर देखना चाहिए.

सुस्त या थका हुआ महसूस कर सकते हैं

आध्यात्मिक शोध के अनुसार, सूर्य ग्रहण से थकान या सुस्त की भावना पैदा हो सकती है। इस समय के दौरान बड़े निर्णय लेने की सलाह नहीं दी जाती है क्योंकि इसका प्रभाव आपके मूड पर पड़ सकता है.

प्रेगनेंट महिला के बच्चे को नुकसान

ये भी कहा जाता है कि ग्रहण काल के दौरान महिला को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए. इसके असर से बच्चा असामान्य पैदा हो सकता है. हालांकि इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. लेकिन फिर भी किसी तरह का जोखिम बरतना ठीक नहीं, इसलिए सावधानी बरतें.

ग्रहण के दौरान दुर्वा घास का उपयोग

आयुर्वेद भी ग्रहण के दौरान दुर्वा घास के उपयोग की सलाह देता है. यह काफी हद तक प्राचीन वर्षों से चली आ रही प्रथाओं पर आधारित है. वैज्ञानिक रूप से, इन सावधानियों का कोई पता नहीं चला है.

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