मुंबई : समाज के सभी वर्गों में फैले भ्रष्टाचार को देखते हुए फिल्म निर्माता प्रकाश झा को लगता है कि भारत को आज एक आधुनिक गांधी की जरुरत है. अपनी हालिया फिल्म ‘सत्याग्रह’ में झा ने भ्रष्टाचार और अन्यायपूर्ण व्यवस्था के खिलाफ मध्य वर्ग के आंदोलन को दिखाया है. यह एक ऐसे व्यक्ति की कहानी है जो गांधी के सिद्धांतों में विश्वास करता है.
यहां पर एक साक्षात्कार में झा ने कहा,‘‘मेरी फिल्म ‘सत्याग्रह’ महात्मा गांधी या अन्ना हजारे से प्रभावित नहीं है. गांधी एक महान इंसान, एक महान नेता, पूरे देश के लिए एक महान प्रेरणास्नेत थे और भारत को आज एक आधुनिक गांधी की जरुरत है.’’ उन्होंने कहा कि आज का आम आदमी इसलिए गुस्से में नहीं है कि देश में भ्रष्टाचार हो रहा है, बल्कि वह इसलिए गुस्से में है क्योंकि वह भ्रष्टाचार का शिकार है. लापरवाही के कारण हुई मौत या अपनी पेंशन पाने के लिए व्यवस्था के साथ आम आदमी की लड़ाई जैसी घटनाएं हमारे देश में बहुत आम है. मैंने अपनी फिल्म में इन मुद्दों को उठाने का प्रयास किया है.
अपनी राजनीतिक पारी में फिल्म निर्माता ने बिहार में अपने पैतृक स्थान चंपारण से लोकसभा का चुनाव भी लड़ा था. उन्होंने कहा, ‘‘बदलाव लाने के उद्देश्य से मैने दो बार संसदीय चुनाव लड़ा लेकिन असफल रहा. दरअसल एक सांसद के पास बहुत शक्ति और अधिकार होते हैं और इसीलिए मैं भी सांसद बनना चाहता था ताकि समाज में सार्थक बदलाव ला सकूं ,लेकिन ऐसा लगा कि लोग मुझे स्वीकार नहीं करना चाहते थे.’’ झा अपनी फिल्म के प्रदर्शन से काफी खुश हैं जिसने सिर्फ चार दिन में बाक्स आफिस पर 44 19 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया.