तिरुवनंतपुरम : मलयाली फिल्म निर्देशकों और तकनीशियनों ने आज तिरुवनंतपुरम में केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) के कार्यालय के सामने धरना दिया और फिल्म ‘कथकली’ में नग्नता और अश्लीलता का आरोप लगाते हुए उसे प्रमाणपत्र देने से इनकार करने के लिए बोर्ड के खिलाफ प्रदर्शन किया.
विरोध प्रदर्शन का आयोजन ‘केरल फिल्म कर्मचारी संघ’ (एफईएफकेए) के तत्वावधान में किया गया था. गौरतलब है कि एफईएफकेए पहले ही फिल्मकार सैजो कन्नैक्कल निर्देशित उनकी आगामी फिल्म के क्लाइमेक्स दृश्य को काटने सहित तीन दृश्यों में काट छांट की बोर्ड की मांग के खिलाफ उच्च न्यायालय का रुख कर चुका है.
एफईएफकेए के महासचिव बी उन्नीकृष्णन सहित इसके सदस्यों ने यहां के चित्रांजलि स्टूडियो में कार्यरत सीबीएफसी कार्यालय के बाहर आयोजित प्रदर्शन में हिस्सा लिया.
27 वर्षीय कन्नैक्कल ने दावा किया कि यहां के सीबीएफसी के अधिकारी फिल्म के उस हिस्से को हटाने पर जोर दे रहे हैं और उनके मुताबिक यही दृश्य फिल्म की ‘आत्मा’ है. उन्होंने आरोप लगाया कि बोर्ड का कदम किसी फिल्मकार की रचनात्मक स्वतंत्रता का उल्लंघन है.
उन्होंने यह भी दावा किया कि फिल्म देख चुके सीबीएफसी के एक पैनल ने फिल्म को ‘यू’ प्रमाणपत्र देने का सुझाव दिया था, लेकिन अधिकारी ने ‘आपत्तिजनक’ दृश्यों को हटाए बगैर फिल्म को प्रमाणपत्र देने से मना कर दिया था.
दो घंटे लंबी इस फिल्म की कहानी एक अनाथ व्यक्ति के ईद गिर्द घूमती है जो अपने आस पास मौजूद समाज में अपने लिए जगह और अपनी खुद की पहचान बनाने की कोशिश करता है.
सीबीएफसी हाल में बॉलीवुड फिल्म ‘उडता पंजाब’ में कई दृश्यों की काट छांट की सिफारिश कर विवाद में घिर चुका है.