नयी दिल्ली : वित्तमंत्री अरुण जेटली ने आज यहां एक प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि गुरुवार की सुबह 500 व 2000 के नये नोट बाजार में आ जायेंगे. उन्होंने कहा कि पुराने नोट की जगह नये नोट बदलने का काम दो से तीन सप्ताह में कर लिया जायेगा.वित्तमंत्रीजेटलीनेदावा कियाकि 500 व 1000 रुपये के पुराने नोटको खत्म करना काला धन की समानांतरअर्थव्यवस्थाके लिए बड़ा झटका है.
वित्तमंत्री जेटली ने कहा कि हमारी सरकार ने काला धन पर एसआइटी का गठन किया, नया कानून बनाया व स्वैच्छिक आय घोषणा योजना लेकर आयी, जिसके तहतबड़ीसंख्या में लोगों ने आय की घोषणा की. पिछले कई सालों में कई चीजें सामने आयी थीं, जिससेस्पष्ट हुआ किदेश में समानांतर ब्लैक मनी इकोनॉमी मौजूद है. यह अर्थव्यवस्था को प्रभावितकरतीहै.
अरुण जेटली ने कहा कि सरकार ने व प्रधानमंत्री ने कुछ दिन पहले इसके लिए मन बनाया थाकिइसे बंद कर दिया जाये और कल रात्रि से उनको कैंसिल कर दिया गया.जेटलीने कहाकि 500 व 2000 के नये नोट कल सुबह से बाजार में आ जायेंगे. वित्तमंत्री ने दावा किया कि बहुत बड़े स्तर पर इसफैसले का स्वागत हुआ है. पूरे विश्व में भारत की अर्थव्यवस्था की विश्वसनीयता बनी रहे, उस दृष्टि से यह बहुत बड़ा कदम है. वित्तमंत्री ने कहा कि इसके माध्यम से हमने कैशलेस इकोनॉमी की ओर कदम बढ़ाया है.
अरुण जेटली ने कहा कि इस फैसले का मीडियम व लांग टर्म में स्वाभाविक लाभ होगा. प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष टैक्स बढ़ेगा. बैंक के अंदर नकदी बढ़ेगी, अर्थव्यवस्था को सपोर्ट मिलेगा.
वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा कि सरकार के बहुत कम ऐसे फैसले होते हैं, जो जीवन शैली को प्रभावित करते हैं. यह निर्णय वैसा है, जो नागरिकों को यह बताता है कि ईमानदारी बेहतर है और अगर आप ईमानदार नहीं हैं तो चिंतित हों.
जेटली ने इसे बड़ा आर्थिक सुधार बताते हुए कहा कि बैंकिंग सिस्टम में अधिक पैसे आयेंगे. इसके स्वभाविक लाभ मिलने वाले हैं.जेटलीने कहा किअभी जो नोट बाजार में हैं, उसमें कितने वापस आते हैं यह तो कुछ समय बाद पता चलेगा.
जेटली ने कहा कि सरकार ने कल कुछ निर्णय लिए थे कि उसमें कुछ और स्पष्टता आज की जा रही है. उन्होंने कहा कि सभी पुराने नोट पाबंदी के 72 घंटे तक टोल प्लाजा, सरकारी व निजी दवाखानों, एलपीजी सिलेंडर खरीद, रेलवे खानपान तथा पुरातत्व संग्रहालयों की टिकट खरीद के लिए विधि मान्य रहेंगे.
वित्तमंत्री ने कहा कि पर्याप्त करेंसी उपलब्ध हो जाये इसकी व्यवस्था की गयी है. उन्होंने मोरारजी देसाई के सरकार के समय नोटों में किये गये बदलाव से इस फैसले की तुलना किये जाने पर कहा कि उस समय और आज की परिस्थिति बहुत अलग है. उस समय अर्थव्यवस्था छोटी थी और ब्लैक मनी का साइज भी छोटा था. उस समय बड़े नोट कम थे, जबकि आज बड़े नोटों की हिस्सेदारी 86 प्रतिशत है. उन्होंने कहा कि इस फैसले का कालाधन नियंत्रण, भ्रष्टाचार, आतंकवाद पर बड़ा असर होगा. उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि इसका इलेक्शन से कोई संबंध में नहीं है, लेकिन अगर इससे चुनाव सस्ता हो जाता है तो यह देश के लिए बड़ा लाभ है.
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