मुंबई: प्रतिभूति बाजार नियामक सेबी ने फर्जी ढंग से धन जुटाने वाली निवेश स्कीमों पर शिकंजा कसने के लिए जमीनी स्तर पर विभिन्न नियामकों एवं कानून प्रवर्तन एजेंसियों के बीच मजबूत समन्वय की वकालत की है.
सेबी चेयरमैन यूके सिन्हा ने बताया, ‘‘ जिस क्षेत्र में नियामकों एवं अन्य एजेंसियों के बीच समन्वय की कमी है, वह क्षेत्र जमीनी स्तर पर है, जिला स्तर पर उल्लेखनीय रुप से यह बात सामने आयी है. ऐसे क्षेत्र में अवैध सामूहिक निवेश योजनाएं कुकरमुत्ते की तरह फैली हैं.’’ उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में कई मामले देखने में आए हैं जहां कंपनियों ने अवैध सामूहिक निवेश स्कीमों के जरिए भोले.भाले निवेशकों से भारी धन एकत्र किए. बाद में इनमें से कई कंपनियों पर सेबी ने शिकंजा कसा.
सिन्हा ने कहा, ‘‘ यदि राज्य स्तर पर बेहतर समन्वय होता तो इनमें से कई स्कीमें एक हद से अधिक नहीं बढ़ पातीं और राज्य सरकार की आर्थिक अपराध शाखा या कंपनी मामलों का मंत्रलय या आरबीआई या सेबी या इरडा या कोई अन्य एजेंसी द्वारा इन्हें पकड़ गया होता.’’ सेबी प्रमुख ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में वरिष्ठ स्तर पर नियामकों के बीच समन्वय में उल्लेखनीय रुप से सुधार आया है, लेकिन निचले स्तर पर तालमेल में सुविधा के लिए एक मजबूत प्रणाली की दरकार है.
सिन्हा ने कहा कि इस दिशा में की गई पहल के सकारात्मक नतीजे आने लगे हैं और झारखंड, पश्चिम बंगाल, बिहार और असम सहित विभिन्न राज्यों में नियमित तौर पर बैठकें की जा रही हैं.
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